(कोटा/सवाई माधोपुर): मानसून के दौरान बिजली जनित हादसों से बचाव के लिए विद्युत विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। अधीक्षण अभियन्ता ए.के. बुजेठिया ने बताया कि मानसून के दौरान बिजली के खंभों को नहीं छुए, बिजली के खंभों से अपने मवेशियों को ना बांधे, बिजली लाइनों के नीचे कोई भी प्रोग्राम ना करे, नए भवनों से बिजली लाइनों की उचित दूरी बनाए रखें, खेत की मेड़ पर/खेत में यदि बिजली खंभा लगा है तो उचित दूरी रख कर ही जुताई करें, बिजली खंभे पर यदि स्पार्किंग हो रही हैं तो तुरंत संबंधित फीडर इंचार्ज, जेईएन, सब स्टेशन पर सूचना देवे यदि बारिश में खंभे पर स्पार्क हो रही है और आस पास – पानी भरा हुआ है तो उस रास्ते से या पानी में जाने से बचे व दूसरों को भी सावधान करें।
यदि बिजली के तार किसी पेड़ के निकट से गुजर रहे हो तो किसी भी स्थिति में उस पर चढ़ने से बचे। ट्रांसफार्मर, लाइनों पर बम्बू से या किसी और चीज से कुंडी नहीं डाले, हेवी लाइनों पर रिसाव होने से व ग्राउंड होने से बड़ा हादसा हो सकता है। किसी भी बड़े वाहन की छत पर यात्रा न करें। यदि बारिश की वजह से कोई लाइन ढीली पड़ गई हो या सड़क के ऊपर से नीची हो तो तुरंत अपने फीडर इंचार्ज, जेईन या फिर सब स्टेशन पर सूचना देवे ताकि समय पर सुधार हों सके।
बिजली खंभों को चार दिवारी या बाउंडीवाल में अतिक्रमण ना करें, हादसा होने पर भारी नुकसान हो सकता है। घर में उपकरण अच्छी क्वालिटी के ही उपयोग करें। घर के अंदर बिजली फिटिंग में अर्थिग जरूर कराएं व अपने उपकरण को उससे जोड़े रखे। अपने सभी स्विच, एमसीवी, इएलसीबी उच्च कोटि की ही काम में ले। बगैर जानकारी के किसी भी उपकरण को छुने या खोलने से बचे। खेत की तारबंदी हेतु उपयोग लिए गए बालंही तारों को बिजली के पोलों से नहीं बांधें। बारिश के मौसम में वायु/जमीन में नमी के कारण करंट लगने की संभावना ज्यादा होती है, इसलिए ट्रासफोर्मर/पोल/लाइन/स्टे तार से दूर रहे।
बिजली चमकने/गडगडाने पर बाहर खुले आसमान में नहीं जाए। बिजली तार/ उपकरण को नहीं छुएं। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति बिजली के संपर्क / गिरफ्त में आ गया हो तो उसे बचाने हेतु तुरंत फीडर की बिजली बंद कराए व अपने आपको किसी सुखी जगह पर होना सुनिश्चित करें। यह सुनिश्चित करें कि आपके जूते भीगे ना हो, ना ही उसमें किसी प्रकार का कोई भी धातु लगा हो, इसके पश्चात् किसी इंसुलेटेड डंडे (प्लास्टिक, लकड़ी जो सुखा हो) से व्यक्ति को छुड़ाने का प्रयास करें। यदि शॉक/झटका घर के अंदर लगा है तो तुरंत मेन स्विच ऑफ करें ।व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाए।