जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी. सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों के कार्यों की प्रगति समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिला कलेक्टर ने पेयजल, विद्युत, चिकित्सा तथा अन्य विभागों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता को हैंडपंपों के निकट रिचार्ज पिट बनवाने के निर्देश दिए। जिससे व्यर्थ बहकर जाने वाला पानी जमीन में जाए और भूजल रिचार्ज हो। जिला कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से विभागों के भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर के लिए प्रयास करनें तथा जिन भवनों में बने हुए है उनकी सफाई आदि करवाकर चालू स्थिति में लाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने बरसात के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने एवं बरसात में विकास कार्य के लिए सड़कें खोदने की अनुमति नहीं देने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल व्यवस्था की समीक्षा कर जलदाय विभाग के अधिकारी से जिले में पेयजल की स्थिति के संबंध में जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलेक्टर ने बिजली व्यवस्था पूरी तरह सुचारू रखने के निर्देश दिए। उन्होंने लटकते हुए बिजली के तारों को ठीक करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. कैलाश सोनी से रक्त जांच के लिए स्लाइडों की संख्या कम होने पर नाराजगी जताते हुए स्लाइड संख्या बढाने, मच्छररोधी गतिविधियों, एमएलओ के छिडकाव आदि पर जोर दिया। जिला कलेक्टर ने जलग्रहण एवं भू-संरक्षण विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री जल शक्ति अभियान के बारे में जानकारी देते हुए इसकी कार्ययोजना के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए। इसमें जन सहभागिता बढाने के लिए पूरे प्रयास करने एवं नवाचार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मुख्य शिक्षा अधिकारी रामकेश मीना से विद्यालयों में पौधारोपण के संबंध में जानकारी प्राप्त कर गति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय के जर्जर भवनों में बालकों को नहीं बिठाने के निर्देश दिए। उन्होंने डीएफओ से भी पौधारोपण के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से विभिन्न छात्रवृत्तियों एवं योजनाओं के संबंध में प्रगति समीक्षा कर निर्देश दिए। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर कुमार ने भी विभिन्न योजनाओं के संबंध में निर्देश दिए।