बौंली उपखंड क्षेत्र में बजरी वाहनों के अवैध परिवहन को लेकर पूर्व में एक महिला प्रशासनिक अधिकारी द्वारा प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करने का खामियाजा सोमवार को रूंगटी गांव के एक गरीब परिवार के नवयुवक को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। रूंगटी गांव के इस नौनिहाल नवयुवक के मौत के मुंह में समाने के बाद पुलिस व प्रशासन की आँख खुली। जिला पुलिस अधीक्षक ने सोमवार को ही जिले के पुलिस महकमे में करीबन 1 दर्जन से अधिक पुलिस निरीक्षक व कुछ उप निरीक्षकों के थाने बदल बजरी के अवैध कारोबार व क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों की रोकथाम पर अंकुश लगाने का एक प्रयास किया है।
इस हादसे के बाद मित्रपुरा उप तहसील क्षेत्र के प्रमुख मोरण व पीपलदा सड़क मार्ग पर आरएसी के पांच पांच जवानों की पुलिस चेक पोस्ट भी स्थापित की गई है, ताकि इस क्षेत्र से गुजरने वाले बजरी के अवैध वाहनों पर नियंत्रण पाया जा सके।
गौरतलब है कि करीबन 2 सप्ताह पूर्व मित्रपुरा उप तहसील की नायब तहसीलदार सीमा घुणावत को बजरी परिवहन माफियाओं द्वारा धमकी देने के बाद उनके द्वारा पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों को क्षेत्र में हो रहे बजरी के अवैध परिवहन पर रोक लगाने की मांग की थी। लेकिन उस प्रशासनिक अधिकारी के पत्र व उसकी मांग को कोई विशेष तवज्जो नहीं दी गई तथा उपखंड क्षेत्र के विभिन्न सड़क मार्गों से बजरी के सैकड़ों अवैध वाहनों का परिवहन बदस्तूर जारी रहा। इसमें सबसे अधिक परिवहन मित्रपुरा उप तहसील के प्रमुख मार्गों से हो रहा है।
इसी अवैध बजरी परिवहन के कारण सोमवार को लालसोट थाना क्षेत्र के विजयपुरा गांव में बौंली तहसील के रूंगटी निवासी एक गरीब परिवार के नवयुवक को अपनी मौत को गले लगाना पड़ा। मृत युवक अपने मजदूर पिता को जयपुर में मजदूरी करने के लिए शिवसिंहपुरा में नेशनल हाईवे पर छोड़कर बाइक से वापस अपने गांव रूंगटी आ रहा था, कि विजयपुरा गांव में इधर से जा रही बजरी की ट्रैक्टर ट्रॉली ने युवक को अपनी चपेट में ले लिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस परिवार में मृतक युवक के पिता के दो पुत्र व दो पुत्री थे जिसमें एक छोटा पुत्र मानसिक रूप से विक्षिप्त है तथा इसी मृत युवक के ऊपर परिवार का भविष्य निर्धारित था।
गौरतलब है कि बनास नदी से बजरी का अवैध खनन कर बजरी परिवहन करने वाले अवैध बजरी ट्रैक्टर ट्रॉली, डंपर ट्रक इत्यादि वाहन विभिन्न सड़क मार्गों से निकलकर मित्रपुरा उप तहसील मुख्यालय से मोरण व पीपलदा रूंगटी सड़क मार्गों से मोरेल नदी में होते हुए लालसोट व आगे के लिए निकलते हैं। इन वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए मित्रपुरा नायब तहसीलदार ने अपना प्रयास किया तो बजरी माफियाओं ने उन्हें भी धमकी देना शुरू कर दिया। जब अकेली महिला अधिकारी को पुलिस का सहयोग नहीं मिला तो उसने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन इसके बावजूद भी किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तथा बजरी का अवैध परिवहन इन मार्गों से बदस्तूर जारी रहा। इसी की परिणति सोमवार को रूंगटी गांव के एक युवक की मौत के रूप में सामने आयी।
युवक की मौत के बाद पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाई तथा बजरी परिवहन वाले प्रमुख सड़क मार्ग मोरण व पीपलदा मार्ग पर पांच-पांच आरएसी के जवानों को नियुक्त किया गया है। चौकी प्रभारी इंद्रजीत यादव से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन द्वारा नियुक्त अतिरिक्त जाब्ता रात भर रात्रि 10 बजे से सुबह 8 बजे तक इन मार्गों पर बजरी के निकलने वाले वाहनों पर अपनी कार्रवाई करेगा।
इसी के साथ ही जिले में किए गए पुलिस अधिकारियों के फेरबदल के तहत बौंली में कार्यरत थाना अधिकारी बृजेश मीना को भी यहां से हटाकर बामनवास लगाया गया है। बामनवास के थाना अधिकारी नरेश कुमार मीणा को बौंली लगाया गया है।