एक दो दिन फोरी राहत देने के बाद बुधवार को मौसम ने फिर पलटी मार दी। बुधवार को हुई बारिश के बाद आज भी दिन भर बादल छाये रहे। हवा में पानी की तैरती बूंदो ने दिन भर बारिश का अहसास कराया। बारिश से एक बार फिर पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने लोगों की फिर से धूजणी छुड़ा दी। जिसके कारण छोटे बच्चों को स्कूल जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बुधवार को सुबह से ही बादल छाये रहे। दोपहर बाद तथा देर शाम हुई कभी हल्की तो कभी तेज बारिश ने मौसम को ठण्डा कर दिया। इसके बाद आज सुबह चारों और हल्की धुंध तथा बादल छाये दिखे। हवा में तैरती पानी की बूंदों ने लोगों को दिनभर भिगोया। लोगों को दिन भर जैसे पहाड़ों पर बर्फबारी में बर्फ गिरने के जैसा अहसास होता रहा। इस दौरान एक दो बार हल्की फुहारें छीटें भी गिरे।
मौसम के इस तरह पलटने से अचानक कड़ाके की सर्दी हो गई। कड़ाके की सर्दी के कारण लोगों ने घरों में रजाई में छुपे रहना ही उचित समझा। रोजमर्रा के कामकाज के लिए तथा नौकरी पेशा लोग ठण्ड में कंपकपाते हुऐ कार्यालयों को पहुंचे। मुख्य रूप से दुपहिया वाहनों पर चलने वाले लोगों को ठण्ड से बचने के लिए गर्म जैकेट, रैन कोट, हाथों के दस्ताने सहित कई उपाय करने पड़े। यहाँ वहाँ लोगों के झुण्ड अलाव जलाकर तापते नजर आये।
इस बीच गांवो में पंचायत चुनावों के लिए लगने वाली चैपालों में भी ठण्ड का असर देखने को मिला। जिले में पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के लिए खण्डार एवं चौथ का बरवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र में सरपंच व पंचों के शुक्रवार 17 जनवरी को होने वाले चुनाव के लिए चुनाव पार्टियां आज भारी ठण्ड में रवाना हुई। मतदान कर्मियों पर चुनाव सामग्री के साथ ठण्ड के कारण गर्म कपड़ों, ओढ़ने बिछाने के सामानों ने भी खूब वजन बढ़ाया। हालांकि जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से मतदान केन्द्रों पर विद्यालय प्रशासन एवं बीएलओ के माध्यम से चुनाव पार्टियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाऐं उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिये गये हैं।
एक ओर जहाँ इस बारिश ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। वहीं सर्दी बढ़ाने ने सुबह सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को भी परेशानी में डाल दिया। अधिकतर अभिभावकों ने तो ठण्ड के कारण बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। इस परेशानी को देखते हुऐ जिला प्रशासन को आंगनबाड़ी एवं उच्च प्राथमिक कक्षाओं तक बच्चों का अवकाश घोषित करना चाहिए।