राजस्थान विधानसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में है और अब मतदान को एक रात शेष बची है। मतदान को लेकर शहर से लेकर गांव व कस्बों में चुनावी माहौल है। लोग चाय की थडिय़ों पर बैठकर चाय की चुस्कियां लेते प्रत्याशियों की जीत-हार का समीकरण बैठा रहे है। राजनीतिक दलों ने अपनी सत्ता में कितना और क्या काम किए है। इससे मतदाता अनजान नहीं हैं। इस समय चाय की थडिय़ों व चौराहों से लेकर गलियों में कहीं भी तीन-चार आदमी के इकठ्ठे होते ही चुनावी चर्चाओं का सिलसिला शुरू हो जाता है। मतदाता सरकार के साथ ही प्रत्याशियों के व्यवहार और उनके कार्यों को देख उनकी जीत का गणित लगाने में लगे हुए है। लोग विधानसभा वार अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत-हार के कयास लगा रहे है। बाजार से लेकर गली मोहल्लों में भी चुनावी माहौल की ही चर्चा हो रही है। बाजारों, दफ्तरों तक बस एक ही चर्चा है इस बार कौन जीतेगा। हर चौक-चौराहे के अपने अनुमान व अपने-अपने दावे है। कोई कह रहा है बीजेपी आ रही है तो कोई कह रहा कांग्रेस इस बार फुल बहुमत से वापसी करेगी। तो कोई निर्दलीय के बारे में विचार रख रहे है।
मतदान में एक रात शेष
दीवाली के बाद से जिले में चुनाव प्रचार-प्रसार ने जोर पकड़ लिया था। जिले में 25 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिए अब केवल एक रात समय बचा है। शनिवार सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। जिले की चारों विधानसभा सीटों पर 42 उम्मीदवारों का फैसला 10 लाख 15 हजार 653 मतदाता करेंगे। जिसके लिए 974 मतदान केंद्र बनाये गए है।