पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि आज शनिवार को कांग्रेस के इंदिरा कॉलोनी स्थित कार्यालय पर जिला कांग्रेस के प्रवक्ता एवं महामंत्री लक्ष्मी कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आतंक विरोधी दिवस के रूप में मनाई गई। जिला कांग्रेस के महामंत्री हरिमोहन शर्मा ने बताया कि सर्वप्रथम राजीव गांधी के चित्र पर उपस्थित सभी ने पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर “राजीव के व्यक्तित्व एवं कृतित्व” पर विषयक संगोष्ठी हुई जिसमें राजीव को भारत में संचार और कंप्यूटर क्रांति का जनक बताते हुए उनके देशहित में दिए गए बलिदान को याद किया गया। नगर परिषद के सभापति ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव गांधी ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने सबसे पहले 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने का सपना देखा। प्रधानमंत्री के रूप में अपने छोटे कार्यकाल में उन्होंने देश को विश्व पटल पर ऊंची छलांग लगाने के लिये तैयार किया।
राजीव सच्चे अर्थों में भारत के दूरदर्शी, स्वप्नदृष्टा प्रधानमंत्री थे। इसके साथ ही संवेदनशील, निश्छल, निष्कपट, सच्चे राजनेता भी रहे। संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए सतीश श्रीवास्तव, पार्षद बृजमोहन सिसोदिया, ओमप्रकाश सेन, रामखिलाड़ी मीना रइथा, सुरेंद्र नाटाणी, बाबूलाल बैरवा, विष्णु शर्मा, किशन महावर, कमलेश सहित कई वक्ताओं ने राजीव गांधी द्वारा 18 वर्ष के युवाओं को मताधिकार दिलाने, पंचायत राज और स्थानीय निकायों को और ज्यादा अधिकार दिलाने, देश में नए आर्थिक सुधार लागू करने जैसे कार्यों को याद किया साथ ही देश में आतंकवाद पर प्रभावी काबू पाने के उनके उस साहसिक कदम की सराहना की गई जिसमें उन्हें देश के लिए अपने प्राणों की आहुति तक देनी पड़ी। कांग्रेसियों ने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में दो मिनट का मौन भी रखा गया।