आरबीएसके कार्यक्रम के तहत हृदयरोग पीड़ित 18 वर्ष तक के बच्चों को मिलेगा शल्य चिकित्सा का लाभ
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा गुजरात के सत्यसाईं हृदय हॉस्पिटल, अहमदाबाद एवं राजकोट, गुजरात (प्रशान्ति मेडिकल सर्विसेज एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन) के बीच गुरुवार को एमओयू का नवीनीकरण किया गया। इस एमओयू के माध्यम से प्रदेश में आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) के तहत् हृदय रोग से पीड़ित 3 माह से 18 वर्ष तक के बच्चों व किशोर-किशोरियों को निःशुल्क हर्ट सर्जरी की सुविधा मिल सकेगी।
सत्यसाईं हृदय हॉस्पिटल द्वारा वर्ष 2022-23 में 289 एवं वर्ष 2023-24 में 177 हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का निःशुल्क उपचार किया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि आरबीएसके कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्मिकों की मोबाइल टीमों द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों, मदरसों, राजकीय स्कूलों में प्रत्येक बच्चे की हैल्थ स्क्रीनिंग की जाती है एवं जन्मजात दुलर्भ रोगों से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उन्हें उच्च चिकित्सालयों में सम्पूर्ण उपचार निःशुल्क उपलब्ध करवाया जाता है।
इसी क्रम में प्रदेश में हैल्थ स्क्रीनिंग में हृदय रोग से पीड़ित 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को गुजरात के सत्यसाईं हृदय हॉस्पिटल में भी निःशुल्क हर्ट सर्जरी की सुविधा मिलेगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि हर्ट सर्जरी के लिए 3 माह से 6 वर्ष तक की उम्र के रोगी बच्चे के साथ 2 परिजन तथा 6 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे के साथ 1 परिजन को सरकार द्वारा उनके घर से गुजरात तक एवं पुनः लौटने तक की परिवहन सुविधा तथा अन्य सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवायी जाती हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने एवं सत्य साईं हर्ट हॉस्पिटल की ओर से सत्यसाईं ट्रस्ट राजस्थान के सदस्य नीरज बत्रा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर एडवोकेट अभिषेक सिंह, सदस्य प्रेस क्लब, संयुक्त निदेशक चिकित्सा प्रशासन डॉ. आर. एन. मीणा एवं परियोजना निदेशक आरबीएसके डॉ. मुकेश डिग्रवाल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।