संपर्क पोर्टल एवं सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों का समय पर निस्तारण करने और पोर्टल पर दर्ज लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा के लिए अति जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आज शुक्रवार को समीक्षा बैठक हुई। बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर ने कहा कि संपर्क पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों का गुणवत्ता के साथ समय पर निस्तारण करें तथा अधिकारी स्वयं इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि कई विभागों द्वारा प्रकरणों को नहीं देखे जाने पर निर्धारित समय बाद प्रकरण अगले लेवल पर एस्केलेट हो जाता हैं। इसे गंभीरता से लिया जाता है। अधिकारी नियमित रूप से पोर्टल पर लंबित प्रकरणों को देखे तथा समय पर निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के संबंध में कागज में लाभ देना बता दिया एवं मौके पर लाभ नहीं दिए जाना मिला तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होने निस्तारित प्रकरणों की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि परिवादी की संतुष्टी दर बढ़ सके। बैठक में एडीएम ने विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निर्धारित समय-सीमा में निस्तारण करने के निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त निदेशक डीओआईटी ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के 379 प्रकरण पोर्टल पर लंबित है।
इसी प्रकार जेवीवीएनएल के 103, पंचायत राज के 392, पीडब्लूडी के 33, ग्रामीण विकास के 109, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता के 85 और महिला एवं बाल विकास के 82 सहित कुल 1789 प्रकरण पोर्टल पर लंबित हैं। इसी प्रकार बिना कार्रवाई उपरी लेवल पर एस्केलेट होने वाले प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए एडीएम ने संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने 1 अप्रैल से 31 मई तक के लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेते हुए सीएम हेल्पलाइन और संपर्क पोर्टल का नियमित लॉगइन करने तथा निर्धारित समय सीमा में निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में सीपीओ बाबूलाल बैरवा, संयुक्त निदेशक डीओआईटी लक्ष्मीकांत तंवर, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सुनील गर्ग, पुलिस उपाधीक्षक, एसई जेवीवीएनएल, नगर परिषद आयुक्त रविन्द्र यादव, जिला कोषाधिकारी जितेन्द्र जैन, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम बैरवा और मंजू जैन सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।