घुश्मेश्वर नगरी को जोड़ने वाली चारों तरफ की सड़कें गड्ढों में तब्दील होकर टूटकर उखड़ चुकी हैं। जिसके कारण भोले बाबा के आने वाले हजारों पैदल यात्रियों कावड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समय श्रावण का महीना चल रहा है जिसके कारण हजारों पदयात्री, कावड़िया, वाहन चालक दूरदराज के क्षेत्रों से चलकर भोले के दरबार में हाजिरी दे रहे हैं। अधिकतर यात्री जयपुर, वाया, बरौनी, वाया, दौसा, बौंली, वाया, जामडोली, महापुरा एवं ईसरदा होकर भोले के पहुंच रहे हैं और इन्हीं सड़कों की स्थिति ऐसी है कि वाहनों का चलना तो दूर पैदल में नहीं चला जा सकता। इस बारे में ट्रस्ट अध्यक्ष प्रेमप्रकाश शर्मा ने बताया कि कई बार सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी अवगत करवाने के बाद विभाग के ठेकेदारों द्वारा लीपापोती कर दी गई है लेकिन कार्य नहीं होने से पूरा मार्ग गड्ढों में तब्दील होकर सड़कें टूट चुकी है।
वर्तमान में विभाग की लापरवाही से बहड से ईसरदा सड़क मार्ग खोदने से गिट्टियां निकलकर खड्डो में तब्दील हो चुका है। बरौनी से कंवरपुरा तक का सड़क मार्ग गड्ढों में तब्दील होकर जगह-जगह टूट चुका है। ग्रामीणों ने बताया कि मार्ग में दुपहिया वाहन श्रद्धालु आए दिन गिरकर घायल हो जाते हैं। इसके बावजूद भी विभाग की समस्या की ओर ध्यान नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि बहड से ईसरदा तक रोड़ बनाने का कार्य शुरू किया गया था जो मात्र 12 किलोमीटर का है ठेकेदार द्वारा रुक रुक कर कछुआ चाल के साथ काम करने से सड़क मार्ग खुद कर पड़ा हुआ है। जिसके चलते दूरदराज यात्रियों के साथ क्षेत्रीय राहगीर वाहन चालकों को परेशानियां उठानी पड़ रही है। विभागीय अधिकारियों को क्षेत्रीय जनता द्वारा अवगत करवा देने के बावजूद भी मार्ग का कार्य चालू नहीं होने से लोगों में विभाग के अधिकारी के खिलाफ आक्रोष व्याप्त है।