राजीविका के प्लेटफाॅर्म से ग्रामीण परिवेश की महिलाएं थोडी से मेहनत के साथ कार्य करें तो आर्थिक सम्पन्नता प्राप्त कर सकती है। महिलाएं अपने समूह के साथ पूरी मेहनत एवं निष्ठा से कार्य करके अपने ग्रुप को आर्थिक रूप से मजबूत कर परिवार के लिए संबल बन सकती है। ये बात जिला कलेक्टर डाॅ.एस.पी.सिंह ने करमोदा के टाइगर राजीविका महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समिति की सीएलएफ की प्रथम वार्षिक आमसभा में उपस्थित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से कही।
आम सभा का शुभारंभ जिला कलेक्टर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इसके बाद राजीविका के डीपीएम हंसराज मीना ने राजीविका के तहत स्वयं सहायता समूह, विलेज ऑर्गनाइजेशन, क्लस्टर लेवल फेडरेशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को बैंक लिंकेज के साथ किए गए क्रेडिट लिंकेज के बारे में बताया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि स्वयं सहायता समूह महिलाओं की लगन एवं निष्ठा से कार्य करने पर ग्राम विकास की आधारभूत सीढी है। यह ऐसा प्लेटफाॅर्म है, जिसके माध्यम से महिलाएं पूरी मेहनत एवं निष्ठा से काम करते हुए आर्थिक सम्पन्नता के साथ अपने गांव एवं क्षेत्र का नाम रोशन कर सकती है। उन्होंने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि सवाई माधोपुर जिले के राजीविका से जुडे स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने दिल्ली एवं मुंबई के मेलों में अपने उत्पादों की स्टाॅल भी लगाई है। उन्होंने महिलाओं से कहा कि जिले में अमरूद की खेती प्रचुरता से होती है, ऐसे में अमरूद पैकेजिंग एवं प्रिजर्वेशन के क्षेत्र में स्वयं सहायता समूहों के लिए अच्छा स्कोप है। इसी प्रकार मिर्च के संबंध में भी महिलाएं अपने समूह के माध्यम से योजना बनाकर उद्योग लगा सकती है। कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधियों ने भी जानकारी दी तथा महिला स्वयं सहायता समूहों के बैंक लिंकेज से संबंधित कार्य किए। इस मौके पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार ने भी राजीविका के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण के आयोजन एवं स्वरोजगार के लिए सरकारी सहयोग के संबंध में जानकारी दी। इस मौके पर श्रेष्ठ कार्य करने वाले बैंक प्रतिनिधियों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।