राजस्थान स्थापना दिवस 30 मार्च को जयपुर में अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच की ओर से जी-22 समरसता सांस्कृतिक समन्वय सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें सवाई माधोपुर निवासी पूर्व कन्या महाविद्यालय प्राचार्य मनीषा शर्मा को राजस्थान समरसता अवार्ड शॉल, मेडल, स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सम्मेलन में उपस्थित रहे राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भारत की प्रतिष्ठा, शक्ति, पंचशील सिद्धांत को वैश्विक स्तर पर पहुंचने के लिए राजस्थानी नागरिकों को संकल्प लेकर कार्य करने का आह्वान किया। देवनानी ने कहा कि भारत और नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक समानताओं से जुड़े हुये हैं। खुली सीमाएं और सीमा पर खुले प्रवासन ने दोनों देशों की सांस्कृतिक समझ को समृद्ध किया है। राजस्थानियों को सांस्कृतिक अतिक्रमण से नाजुक संतुलन को बनाये रखने का निरंतर प्रयास करना चाहिए।
सांस्कृतिक सचिव लाल बहादूर ने बताया कि इस अवसर पर नेपाल के प्रथम उपराष्ट्रपति न्यायमूर्ति परमानंद झा की उपस्थिति में वासुदेव देवनानी के द्वारा 13 राज्य व राजस्थान के सभी जिलों की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। समारोह के साक्षी 22 राष्ट्रो के राष्ट्रध्वजो भारत, नेपाल, भुटान, अफगानिस्तान, अल्जीरिया, एंगोला, ऑस्ट्रेलिया, क्रोएशिया, फिनलैण्ड़, तुनिशियां, जर्मनी, ईराक, इजराईल, मैकडोनिया, मोरक्को, नीदरलैण्ड़, नाईजीरिया, नार्वेजियन, रोमानिया, राॅयल डेनिश, श्रीलंका, मालदीव रहे। समारोह के शुभारंभ में 22 राष्ट्रो के राष्ट्रध्वज के सानिध्य में समरसता कलश यात्रा, सैकड़ो साधु संतों के नेतृत्व में सैकड़ो महिलाओं द्वारा किया गया। समारोह में नारी शक्ति शिरोमणि अवार्ड से समरसता कलश यात्रा में सम्मलित महिलाओं का सम्मान किया गया। व्योवृद्ध समाजवादी स्वतंत्र सेनानी 99 वर्षीय प0 रामकिशन शर्मा पूर्व सांसद ने सभी प्रतिभाओं को आशीर्वाद प्रदान किया। स्वागत भाषण संयोजक महावीर प्रसाद टोरडी द्वारा 7300 दिवसीय कार्य योजना जी-22 समरसता सोशल मिशन यात्रा का प्रतिवेदन किया। मुख्य सलाहकार कुलदीप प्रसाद शर्मा एडवोकेट ईस्ट वेस्ट फर्म काठमांडौ नेपाल ने सभी का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट रामावतार चौधरी मंच की पूर्व सम्मानित प्रतिभा ने किया।