जिला कांग्रेस कमेटी व ब्लॉक कांग्रेस शहर सवाईमाधोपुर द्वारा संविधान निर्माता व दलितों के मसीहा डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 133वीं जयन्ती इन्द्रा कॉलोनी स्थित कांग्रेस कार्यालय पर बडे उत्साह व धूमधाम से मनाई गई। सर्व प्रथम उनके चित्र पर राजस्थान प्रदेश कमेटी के प्रतिनिधि व लोकसभा चुनाव के जिला प्रभारी महेश शर्मा द्वारा माल्यार्पण किया गया व जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह गूर्जर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए जिला कांग्रेस के पूर्व जिला महामंत्री हरिमोहन शर्मा ने बताया कि डॉ. अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के ग्राम महू में महार जाति में हुआ। उनका मूल नाम रामजी सकपाल था। वे अपने पिता की 14वीं सन्तान थे। बाल विवाह प्रचलित होने के कारण 1901 मे उनकी शादी 9 साल की लड़की रमाबाई से हुई।
आर्थिक व सामाजिक भेदभाव के कारण उन्होंने विषम परिस्थितियो में पढ़ाई की। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होने अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी विश्वविधालय में अध्ययन किया। उनके पास 32 डिग्रियाँ थी व उन्हें 9 भाषाओं का ज्ञान था। उन्होंने आकर्षक वेतन वाले पदों को अस्वीकार कर दिया व अपना जीवन समानता, भाईचारे व मानवता के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने दलित वर्ग के उत्थान के लिए भरसक प्रयास किया। दलितों के उत्थान के लिए वे आरक्षण के हिमायती थे।
वे भारतीय संविधान के निर्माता थे। भारत की आजादी के बाद पं. जवाहरलाल नेहरु के मंत्रिमंडल में भारत के प्रथम कानून व न्याय मंत्री रहे। वे एक प्रमुख विधिवेता, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और राजनीतिज्ञ थे। 1991 में मरणोपरान्त भारत के सर्वाेच्च सम्मान भारत रत्न से उन्हें सम्मानित किया गया। उनके जीवन से हम दलितों, शोषितों व कमजोर वर्ग की सहायता का संकल्प लें।
कार्यक्रम में ब्लॉक अध्यक्ष अनिल वर्धमान, उप सभाापति अली मोहम्मद, लक्ष्मीकुमार शर्मा, ब्लॉक महासचिव व वार्ड पार्षद संजय गोैतम, प्रदीप टटवाल, ओम प्रकाश सैन, वीपी सिंह, केदार लाल मीना, हरीश माहेश्वरी, बंटी सिसोदिया, सुरेन्द्र नाटानी, राधेश्याम मीना, अब्दुल गफूर, राजेश कंवरियां, रईस अमद, भजनलाल आदि ने बाबा साहब की जीवनी पर अपने – अपने विचार व्यक्त किए व उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।