जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन के नेतृत्व में जिले में कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने, गाइडलाइन की पालना करवाने तथा उपलब्ध चिकित्सा संसाधनों का बेहतर एवं सर्वाेत्तम उपयोग करते हुए कोरोना सक्रमित मरीजों को उपचार किया जा रहा है। कोरोना संक्रमितों को समय पर उपचार मिले इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर कोरोना वार्ड संचालित करवाकर कम गंभीर मरीजों का उपचार इन केन्द्रों पर शुरू करवाया गया है। जिला एवं उप जिला अस्पताल में मरीजों समुचित उपचार की सुविधा मिले बेड के लिए परेशानी नहीं हो, ऑक्सीजन की उपलब्धता समुचित बनी रहे इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग कर कलेक्टर द्वारा बेहतर प्रबंधन किया जा रहा है।
जिला अस्पताल में लगाए गए 14 नए बेड:- कलेक्टर द्वारा अस्पताल में आने वाले मरीजों को तत्काल उपचार मुहैया करवाने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने सवाई माधोपुर एवं गंगापुर के चिकित्सालय में आर्ब्जर्वेशन रूम बनाने एवं इसमें ऑक्सीजन बेड लगाने के निर्देश दिए थे, ताकि मरीज को अस्पताल में आते ही तत्काल उपचार प्रारंभ किया जा सके। इसकी पालना में सोमवार को सामान्य चिकित्सालय सवाई माधोपुर में 14 बेड का ऑर्ब्जवेशन रूम बनाया गया है। इन बेड पर ऑक्सीजन की उपलब्धता भी है। गंगापुर में भी आर्ब्जर्वेशन रूम बनाकर सुविधा शुरू की जा रही है।
जिले को मिले 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटरः कलेक्टर के प्रयासों से गत दिवस 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त हो गए है। शीघ्र ही और कंसंट्रेटर मिलने वाले है। प्राप्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में से 13 सवाई माधोपुर जिला चिकित्सालय एवं 7 गंगापुर उप जिला अस्पताल को दिए गए है। इनके मिलने से आर्ब्जर्वेशन बेड पर मरीज को तत्काल ऑक्सीजन की उपलब्धता मिल सकेगी।
केम्पस एवं गैलरी को करवाया जा रहा है सेनेटाइज:- जिला चिकित्सालय एवं उप जिला चिकित्सालय के केम्पस एवं गैलरियों को नगर परिषद के सहयोग के नियमित सेनेटाइज करवाया जा रहा है। इसी प्रकार सीसीटीवी केमरों की रिपेयर का कार्य करवाकर इन्हें वार्ड में लगवाकर मॉनिटर बाहर लगवाने का कार्य चल रहा है। जिससे मरीजों के अटेंडेंट वार्ड की स्थिति को बाहर ही देख सकेंगे।
ऑक्सीजन की पाइप लाइन एवं सिलेंडर से सतत सप्लाई:- जिला कलेक्टर ने बताया कि सवाई माधोपुर एवं गंगापुर में ऑक्सीजन की सप्लाई पाइप लाइन एवं सिलेंडर से सतत बनाई गई है। जिला चिकित्सालय में पाइप लाइन से 79 बेड पर तथा सिलेंडर से 43 बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। ऑक्सीजन प्लांट के निर्बाध संचालन के लिए 24 घंटे कार्मिकों एवं इंजिनियरों की ड्यूटी लगाई गई है। इसी प्रकार रेमडेसिविर चिकित्सकों की अभिशंषा के अनुसार पारदर्शिता रखते हुए उपलब्ध करवाई जा रही है।
मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंगः- सामान्य चिकित्सालय में फिजिशियनों द्वारा वार्ड में सुबह शाम विजिट के साथ मनोचिकित्सक की टीम द्वारा भी मरीजों की काउंसंलिंग की जा रही है। इसी प्रकार अन्य व्यवस्थाओं को दुरस्त रखते हुए जिला एवं उप जिला चिकित्सालय सहित चिकित्सा संस्थानों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे है।