भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, वरिष्ठ भाजपा नेता तथा सेवा निवृत्त प्रोफेसर डॉ. मधुमुकुल चतुर्वेदी को “सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति सम्मान” प्रदान कर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। विश्व गंगा वाहिनी एवं शोध संस्थान, आगरा द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह में संस्था के निदेशक डॉ. मुकेश कुमार ऋषि वर्मा ने डॉ. चतुर्वेदी को उनके द्वारा राष्ट्र भाषा उन्नयन, साहित्य सृजन, शिक्षण कार्य, शोध कार्य, कलां एवं संस्कृति तथा राष्ट्र चेतना जागृति आदि क्षेत्रों में गौरवपूर्ण सेवा हेतु “सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति सम्मान” प्रदान कर सम्मानित किया है।
9 अप्रैल 1963 को जन्मे डॉ. मधुमुकुल चतुर्वेदी को संगठनात्मक कार्यों का एक लंबा अनुभव है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा विविध सामाजिक संगठनों में वे पिछले पैंतीस वर्षों से निरंतर सक्रिय हैं। शैक्षणिक एवं सामाजिक क्षेत्र में वे अपनी एक विशिष्ट पहचान रखते हैं। डॉ. मधुमुकुल चतुर्वेदी शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सवाई माधोपुर से प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान विभाग के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
डॉ. चतुर्वेदी राजस्थान भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं, भारतीय जनता पार्टी, सवाई माधोपुर के सदस्य जिला कार्यसमिति हैं। इसके साथ ही डॉ. चतुर्वेदी अन्य अनेक दायित्वों का भी निर्वहन कर रहे हैं। जैसे जिला सह संयोजक प्रशिक्षण विभाग भाजपा सवाई माधोपुर, प्रदेश प्रवक्ता अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद , राजस्थान, प्रांतीय महामंत्री, भारत तिब्बत सहयोग मंच, राजस्थान तथा निदेशक एंटी करप्शन फाउंडेशन (भारत सरकार के कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय तथा नीति आयोग से संबद्ध) डॉ. चतुर्वेदी की 15 पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं।
डॉ. चतुर्वेदी 17 शोधार्थियों के शोध निदेशक रहे हैं। डॉ. चतुर्वेदी ने लगभग 150 राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में भागीदारी एवं पत्र वाचन किया है। डॉ. चतुर्वेदी ने अनेक साहित्यिक पत्रिकाओं का संपादन भी किया है। डॉ. चतुर्वेदी को भारत के विभिन्न प्रांतों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर 83 बार सम्मानित किया गया है। डॉ. चतुर्वेदी की 150 कहानियां एवं आलेख विभिन्न पत्र – पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।
आकाशवाणी और दूरदर्शन पर डॉ. चतुर्वेदी की अनेक वार्ताएं प्रसारित हो चुकी हैं। डॉ. चतुर्वेदी अनेक सामाजिक क्षेत्रों में निरंतर सक्रिय हैं। शिक्षाविद होने के साथ साथ डॉ. चतुर्वेदी पर्यावरणविद, समाजसेवी और साहित्यकार भी हैं। डॉ. चतुर्वेदी ने अबतक लगभग एक हज़ार वृक्ष लगाए हैं तथा वे अब तक 65 बार रक्तदान भी कर चुके हैं। डॉ. चतुर्वेदी भारत विकास परिषद सवाई माधोपुर के अध्यक्ष रह चुके हैं। अखिल भारतीय साहित्य परिषद, सवाई माधोपुर के महामंत्री रह चुके हैं। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य भी रहे हैं।
राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ राष्ट्रीय के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी रहे हैं तथा राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सवाई माधोपुर के इकाई सचिव भी रह चुके हैं। डॉ. चतुर्वेदी अनेक संस्थाओं के आजीवन सदस्य हैं, जैसे – अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान, भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद, राजस्थान राजनीति विज्ञान परिषद तथा गांधीय अध्ययन समिति।
इसके अतिरिक्त भारत विकास परिषद , अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति तथा भारतीय जनता पार्टी में डॉ. चतुर्वेदी निरंतर सक्रिय हैं। इन सबके अतिरिक्त वे एक श्रेष्ठ समीक्षक एवं कुशल मंच संचालक भी हैं।