गौ संवर्धन का प्रतीक बनेगा शबरी कामधेनु मंदिर – अर्चना मीना
सवाई माधोपुर के अजनोटी मैनपुरा स्थित शबरी ऑर्गेनिक कृषि एवं डेयरी फार्म पर आज रविवार को शबरी कामधेनु मंदिर का विधिवत शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक राजेंद्र अवस्थी के करकमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर शबरी फार्म की संस्थापिका एवं दौसा सांसद जसकौर मीना ने कहा कि पशुओं के प्रति सहानुभूति व सहृदयता हमारे संस्कारों का प्रमुख गुणधर्म है। गौमाता हमारी धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक एवं आर्थिक परिपूर्णता का माध्यम है। सदियों से हर हिंदू घर में गौ पालन की परम्परा रही है जो आज के युग में भी उतनी ही प्रासंगिक है।
जसकौर ने कहा कि सड़क पर लावारिस पड़ा गौधन हमारे लिए चिंता का विषय है। प्लास्टिक एवं कचरा खाकर असमय काल का ग्रास बनती गौ माता के संवर्धन व पोषण के लिए बहुत समय से मेरे मन में यह विचार आता रहा है कि यदि प्रत्येक कृषक घर एक लावारिस गाय के पालन की जिम्मेदारी का निर्वहन करें तो सड़कों पर आए दिन दुर्घटना व अकाल मृत्यु का शिकार होती गौमाता को बचाया जा सकता है। साथ ही बचाया जा सकता है हमारा प्राचीन विचार एवं संस्कृति जिसमें मूक पशुओं में भी ईश्वर का स्वरूप देखने का अद्भुत संस्कार विद्यमान है।
इस अवसर पर जिले की लोकप्रिय समाजसेविका एवं शबरी ऑर्गेनिक फार्म की सीईओ अर्चना मीना ने कहा भारत पुरातन काल से ही विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है। एक भावना प्रधान, कर्म प्रधान एवं सम्पूर्ण सृष्टि के कल्याण को प्रधान मानने वाले राष्ट्र के रूप में हमारा अलग ही अस्तित्व है। हमारे लिए कण कण में ईश्वर का वास है और हर जीव में परमात्मा व्याप्त है, इसी विश्वास और संस्कार का परिचायक है कि हम माता की भांति मानव जाति का पालन पोषण करने वाली गौ माता में समस्त देवताओं का वास मानकर उन्हें पूजते है और मां का स्थान देते हैं।
आज हमारे शबरी फार्म पर इसी भावना से शबरी कामधेनु मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का सपना प्रभु इच्छा से पूरा हुआ। अर्चना ने कहा गौ संवर्धन का प्रतीक यह मंदिर जीव जंतु के प्रति करुणा, दया एवं प्रकृति के प्रति हमारे भीतर संवेदनशीलता की प्रेरणा जाग्रत करेगा ऐसा मेरा दृढ़ विश्वास है। कार्यक्रम में जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, करौली सहित अन्य जिलों से आए हुए गौ प्रेमियों ने भोजन प्रसादी ग्रहण की और शबरी कामधेनु मंदिर के दर्शन किए।