जिला मुख्यालय स्थित रेलवे कॉलोनी निवासी शंकर लाल ने जिला अस्पताल के हैल्थ वर्कर्स, बेहतर चिकित्सा सुविधा और अपने हौसलों के बल पर कोरोना से लड़ी जंग जीत ली है। शंकर लाल को मई के पहले सप्ताह में खांसी, जुकाम की शिकायत हुई, उनकी हालत लगातार बिगड़ी तो परिजन 7 मई को जिला अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुंचने पर तत्काल जॉंच की गई, तत्काल ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया। ऑक्सीजन लेवल 41 रह गया था, सीटी स्कैन स्कोर 17 था। ये दोनों पैरामीटर चिंताजनक थे लेकिन चिकित्सकों और नर्सों ने शंकरलाल को कभी महसूस नहीं होने दिया कि उसकी हालत क्रिटिकल है। वे उसको लगातार हौंसला देते रहे, इससे शंकर लाल की भी हिम्मत, हौंसले बढ़े, इच्छा शक्ति बढ़ती गयी।
हैल्थ वर्कर्स की लगातार मेहनत के चलते आज मंगलवार को शंकरलाल बिल्कुल स्वस्थ होकर अपने घर लौट आया है। उन्होंने बताया कि कोरोना का नाम आते ही एक बार तो घबरा गया लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों के अपनेपन और उनके द्वारा दिये हौंसले से डर चला गया। जिला अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं उच्च स्तर की है, इसके लिये मैं प्रशासन और जन प्रतिनिधियों का आभार प्रकट करता हूं।