कोरोना महामारी से निपटने में डाॅक्टर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी व सफाईकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह सभी कोरोना योद्धा है जो दिन रात एक कर जिले के लोगों को कोरोना सक्रंमित होने से बचा रहे हैं। सभी का एक ही लक्ष्य कोरोना वायरस का खात्मा।
इन सभी कर्मवीरों के पीछे कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनका कोरोना से लड़ने का मकसद काफी जुनुन भरा है। लेकिन यह जगजाहिर नहीं हो पाता। कोरोना की लड़ाई में अहम भागीदारी निभाते हैं ये कर्मवीर। पिछले एक माह से अधिक समय से चल रहे लाॅकडाउन में जहां सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय स्थित सबसे बड़े राजकीय सामान्य चिकित्सालय के आस-पास चाय व अन्य खाने की दुकानें लगभग बन्द हैं, वहीं दूसरी और कोरोना संदिग्ध रोगियों को अस्पताल में आईसोलेट/क्वांरटाईन किया गया। साथ ही डिलिवरी वार्ड में भर्ती रोगी व उनके परिजन, सामान्य रोगियों का आउटडोर, भर्ती मरीजों के परिजनों के रूकने, खाने नाश्ते की व्यवस्था एवं पूरे अस्पताल परिसर के मेडिकल स्टाफ की जल-पान-चाय व खाने-नाश्ते की आवश्यकता होने पर यह एक गैर सरकारी संगठन के कर्मवीर राजकीय धर्मशाला के माध्यम से पिछले 1 माह से अधिक समय से 24 घण्टे ड्यूटी देकर सेवाऐं दे रहे है ।
सामान्य चिकित्सालय परिसर में राज्य सरकार की ओर से निर्मित राजकीय धर्मशाला स्थित है। जानकारी देते हुये संस्था सचिव कपिल बंसल ने बताया कि चिकित्सालय प्रशासन द्वारा गैर सरकारी संगठन के माध्यम से राजकीय धर्मशाला से रोगियों के परिजनों के निःशुल्क ठहरने व उनके चाय-जल-पान व खाने-नाश्ते की व्यवस्था चलवायी जा रही है । पूर्व में विधायक दिया कुमारी द्वारा इस धर्मशाला का जीर्णोद्धार करवाया था, सरकार बदलने के बाद वर्तमान विधायक ने फिर से इसे दुबारा शुरू किया। जिसके अंतर्गत अस्पताल में कोई भी भर्ती रोगी का परिजन इस धर्मशाला में निःशुल्क रूक सकता है।
पिछले एक माह से अधिक समय से कपिल बंसल एवं उनके साथी रामअवतार सिंह जादौन (बन्टी बना), विजय मीना, अरविन्द सिंह व रमेश शर्मा लगातार धर्मशाला एवं अस्पताल परिसर में कोरोना योद्धा की हैसियत से संदिग्ध रोगियों के परिजनों, मेडिकल स्टाफ, सुरक्षाकर्मियों के जल-पान-चाय-खाने की व्यवस्था सेवा में लगे हुये हैं। इस कड़ी में कोरोना सैंपल टेस्ट लेने वाले माइक्रो पैथोलाॅजिस्ट अंकुर त्यागी, हेमेन्द्र शर्मा, नेत्र सहायक अजब सिंह सहित कोरोना ड्यूटी में लगे अन्य मेडिकल स्टाफ साथ ही अस्पताल की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी पिछले एक माह से राजकीय धर्मशाला में रूके हुए हैं। इन सभी के बेहतर रूकने का प्रबंध, जिम्मेदारी के साथ पूरे धर्मशाला परिसर की सफाई एवं सेनेटाईज करवाना एव इनके सुचारू जल-पान की व्यवस्था करना धर्मशाला संचालित करने वाले इन्हीं कर्मवीरों के हाथ में है।
इस राजकीय धर्मशाला को संचालित करने वाले कर्मवीरो का कहना है कि सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) डाॅ बी.एल.मीना की प्रेरणा से इन्होंने निश्चय किया था कि इस कोरोना महामारी के दौरान 24 घण्टे खाने-पीने में कोई समस्या नहीं आये एवं सही व्यवस्था हो सके इसके लिये ये मजबूती से तैयार है।