मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी और प्रदेश कांग्रेस सेंट्रल वॉर रूम के को – चेयरमैन लोकेश शर्मा पूर्व डिप्टी सीएम और राजस्थान कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से मुलाकात करने उनके सिविल लाइन्स स्थित सरकारी आवास पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीकानेर सहित राज्य की अन्य विधानसभा सीटों पर सियासी गणित को लेकर मंथन-चिंतन हुआ।
यह भी माना जा रहा है कि लोकेश शर्मा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दूत बनकर सचिन पायलट के पास पहुंचे थे और राजस्थान में कांग्रेस की जीत को लेकर गहलोत का संदेश पायलट को जाकर दिया था। लेकिन राजनीतिक विश्लेषक बता रहे हैं कि मसला कुछ और ही है। शनिवार को ही कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अपनी 33 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।
इसके अगले ही दिन दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट तक चली इस मुलाकात को लेकर तरह-तरह के कयास लग रहे है। खास बात यह है कि बीते 5 वर्षों में यह पहला अवसर था जब लोकेश शर्मा और सचिन पायलट के बीच पायलट के आवास पर पहली मुलाकात हुई।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के लिए लोकेश शर्मा ने भी बीकानेर सीट से अपनी दावेदारी की है। इस सीट पर कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया गया है। ऐसे में चर्चा है कि लोकेश शर्मा और सचिन पायलट के बीच इस सीट के सियासी समीकरणों को लेकर बातचीत हुई है। मुलाकात के बाद लोकेश शर्मा मीडिया से भी रूबरू हुए।
इस दौरान लोकेश शर्मा ने कहा कि वे इस बार के विधानसभा चुनाव में खुद टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, इसके अलावा कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस के सेंट्रल वॉर रूम का को-चेयरमैन बनाकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। इस वॉर रूम की कांग्रेस की रणनीति बनाने में भी अहम भूमिका रहेगी।
लोकेश शर्मा ने कहा कि हम सभी को एकजुट होकर चुनाव लड़ना है, सचिन पायलट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, ऐसे में इनसे सलाह-मशविरा करना भी आवश्यक है। ऐसे में सचिन पायलट सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ भी उनकी मुलाकातें होती रहेंगी।