आमजन को शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो और मिलावट खोरों पर लगाम के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिलेमें “शुद्ध के लिए युद्ध” अभियान की शुरूआत 26 अक्टूबर से होगी, जो कि 14 नवंबर तक संचालित होगा।
गौरतलब है कि निरोगी राजस्थान अभियान में मिलावट रहित खाद्य पदार्थ आमजन तक पहुंचाना सरकार का मुख्य उद्देश्य है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना ने कहा कि “शुद्ध के लिए युद्ध” व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा और मिलावट खोरों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। अभियान के तहत खाद्य पदार्थ उत्पादक व विक्रेता, बड़े-छोटे थोक व खुदरा विक्रेताओं चिन्हित कर जांच की जाएगी। अभियान के तहत दूध, मावा, पनीर व अन्य दुग्ध उत्पाद, आटा, बेसन, घी व तेल, पिसे मसाले, गुड-चीनी, सूखे मेवे, सहित बाट-माप व तोल की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि त्यौहारों पर उत्पादन की अपेक्षा खपत बढ़ने पर मिलावट की गुंजाईश रहती है, जिसे शत-प्रतिशत रोककर आमजन की मिलावट रहित खाद्य पदार्थों की आपूर्ति के लिए विभाग प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान विभाग की टीम द्वारा मिलावट वस्तुओं के अंदेशानुसार नमूने लिये जाएंगे और जांच हेतू फूड टेस्टिंग लैब को भिजकर जांच करायी जाएगी।
डाॅ. मीना ने आमजन से अपील की है कि खाद्य वस्तुओं में मिलावट करने वालों की सूचना कार्यालय में देवे, सूचनादाता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि उत्पाद विक्रेताओ को खाद्य वस्तुओं पर एक्सपायरी डेट अंकित करना आवश्यक होगा अन्यथा संबंधित पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।