मानव की स्वस्थ आँखों में अंधेपन का प्रमुख कारण मोतियाबिंद है। मोतियाबिंद रोग करने वाली फंगस फुसैरियम के कारकों के कारण होता है। सवाई माधोपुर के खत्री परिवार की बहू स्वाति खत्री ने सफलतापूर्वक प्रोटीएस एंजाइमों की पहचान की, जो रोग के विकास में फंगस की मदद करते हैं। उन्होंने ड्रग स्क्रीनिंग के लिए एक एक्सविवो संक्रमण मॉडल भी विकसित किया। इस शोध कार्य से आने वाले समय में आखों की मोतियाबिंद की बीमारी की दवाई विकसित करने में वैज्ञानिकों को बहुत मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि सवाई माधोपुर के खत्री परिवार की बहू स्वाति खत्री को विवाहोपरांत गुजरात की महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी, बड़ौदा ने माइक्रोबायोलॉजी विषय में डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की है।
स्वाति खत्री ने वर्ष 2016 में उपरोक्त विषय में शोध कार्य के लिए प्रवेश लिया था, वर्ष 2017 में विवाह के पश्चात भी उनके ससुर सास एवं पति की प्रेरणा से अपना शोध कार्य जारी रखा एवं चार वर्ष की निरंतर मेहनत से अपना शोध कार्य पूरा किया। वर्तमान में साइंटिस्ट डॉ. स्वाति खत्री को जर्नल ऑफ विजुअलाइज्ड एक्सपेरिमेंट में जीव विज्ञान के वैज्ञानिक लेखक के रूप में नियुक्त किया गया है।