सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर देर रात एक किशारी को लावारिस अवस्था में देखकर आरपीएफ की महिला कांस्टेबल विमला एवं एएसआई रामेश्वर ने दस्तयाब कर चाइल्ड लाइन को सूचना दी। सूचना पर चाइल्डलाइन की काउनसलर लवली जैन एवं टीम मेम्बर कपिल स्वर्णकार ने स्टेशन पहुंचकर किशारी को अपने संरक्षण में लिया और चाइल्ड लाइन कार्यालय लाये। प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविन्दसिंह चौहान ने बताया कि किशोरी के मिलने की सूचना बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्वेता गर्ग को फोन पर दी एवं उनके मौखिक आदेश पर किशारी को चाइल्ड लाइन कार्यालय में नाइट शेल्टर दिया गया।
परामर्श के दौरान किशोरी से जानकारी मिली की वो कोटा की रहने वाली हैं इसके अलावा किशोरी कुछ भी बताने का तैयार न थी। परामर्श के बाद किशोरी को मुकेश वर्मा एवं लवली जैन द्वारा बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जहां उसकी उम्र तय करने के लिए मेडिकल कराया गया। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्वेता गर्ग, सदस्य अंकुर गर्ग, बाबलाल राजौरा, युवराज चौधरी एवं महिला सदस्य ज्योति शर्मा के आदेश पर किशोरी को सखी सेन्टर में अस्थायी तौर पर प्रवेशित कराया गया। चाइल्ड लाइन टीम किशोरी के परिजनों की तलाश में जुट गई है।