डॉ. गोपी नाथ ‘चर्चित’ की पुस्तक “हमारा गंगापुर” पर हुई परिचर्चा
इतिहासकार डॉ. गोपी नाथ ‘चर्चित’ की पुस्तक “हमारा गंगापुर” (इतिहास के झरोखे से) पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य वक्ता डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी ने कहा कि गंगापुर सिटी नगर के इतिहास पर डॉ. गोपी नाथ ‘चर्चित’ द्वारा लिखित पुस्तक “हमारा गंगापुर” अनेक अनछुए पहलुओं को समेटे हुए है। किसी भी नगर के विषय में इतनी विस्तृत, तथ्यपरक, शोधपरक और ऐतिहासिक जानकारी किसी एक पुस्तक में मिलना एक दुर्लभ बात है।
इस दृष्टि से डॉ. गोपी नाथ ‘चर्चित’ की यह पुस्तक पाठकों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक सिद्ध होगी। पुस्तक में गंगापुर सिटी नगर की भौगोलिक स्थिति, बसावट, मुनीमों का आगमन, दैवीय सुरक्षा चक्र तथा प्रसिद्ध मंदिर, पाड़े – मोहल्ले एवं हवेलियां, नागाओं की छावनी, प्राचीन राजस्व वसूली, धर्मशालाएं, पल्लीवालों का प्रवेश, रेलवे की स्थापना, बाजार- व्यापार, आर्य समाज का आरंभ, प्रजामंडल आंदोलन, म्युनिसिपैलिटी एवं अन्य संस्थान, आर.एस.एस. की शाखा, राजनीति का प्रारंभ, प्राचीन शिक्षा, चिकित्सा, प्रकाश – विद्युत, जल एवं नल व्यवस्था, सड़क एवं यातायात, संस्कृति मेले एवं रीति रिवाज, साहित्य, संगीत एवं कला, संत समागम, महापुरुषों एवं विशिष्ट जनों का आगमन, गौशाला एवं गौवंश रक्षा आंदोलन, कुश्ती – अखाड़े, समाचार पत्र एवं दूरदर्शन, समाज सेवी संस्थाएं, सिनेमा युग का आरंभ, गणेश महोत्सव एवं यात्रा, कुछ चर्चित एवं रोचक व्यक्तित्व आदि का बहुत ही सुंदर और रोचक ढंग से वर्णन किया गया है।
पुस्तक में ऐतिहासिक चित्रों और दस्तावेजों के समावेश ने इस पुस्तक को और भी अधिक आकर्षक और रोचक बना दिया है। इस दौरान परिचर्चा में अनेक प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।