रणथम्भौर बाघ परियोजना क्षेत्र में स्थित रणथम्भौर किला स्थित गणेश मंदिर क्षेत्र में एक मादा बाघिन को अपने शिकार के साथ विचरण करते हुए देखा गया। ऐसे में गणेश मन्दिर जाने वाले श्रद्धालुओं को बाघिन से खतरा हो सकता है। सरकारी सूत्रों के अनुसार उप वन संरक्षक एवं उप क्षेत्र निदेशक मोहित गुप्ता ने बताया कि 23 फरवरी को चतुर्थी के उपलक्ष्य में गणेश मंदिर दर्शनार्थियों की संख्या अधिक रहती है।
वन विभाग की फील्ड टीम, प्रशासन एवं पुलिस की सहायक द्वारा बाघिन के विचरण वाले क्षेत्र एवं आने जाने वाले रास्तों पर सघन निगरानी की जा रही है। उन्होंने सभी पर्यटकों, दर्शनार्थियों से प्रशासन, पुलिस एवं वन विभाग का पूर्ण सहयोग करने तथा मौके पर उपस्थित कार्मिकों के दिशा निर्देशों एवं सुझावों का पालन करने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने पर्यटकों एवं दर्शनार्थियों को आगामी दो दिनों तक त्रिनेत्र गणेश के मंदिर दर्शनार्थ कार्यक्रम को स्थगित करने की भी अपील की है।