शिवाड़ कस्बे की सड़कों पर आवारा पशुओं का जगह-जगह जमावड़ा लगा रहता है। जिसके चलते राहगीर, वाहन चालक कई बार हादसे का शिकार हो चुके है। वही किसान खेतों में खड़ी फसलों को लेकर दिन रात परेशान रहते है। ग्रामीणों के अनुसार प्रतिदिन शाम होते ही आवरा गायों के झूण्ड जयपुर सवाई माधोपुर टोंक रोड़, हरिजन मोहल्ला, कुशवाह मोहल्ला घुश्मेश्वर महादेव मन्दिर मार्ग एवं राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल रोड़ के साथ मुख्य बाजार मे एकत्रित हो जाते हैं। जिसके चलते दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों के द्वारा कई बार ग्राम पंचायत प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा है।
समाजसेवी जगदीश प्रसाद सोनी, विनय कुमार जैन, बजरंग लाल माली का कहना है कि भारतीय संस्कृति मे गाय को माँ का दर्जा दिया जाता है। परन्तु गौशाला के अभाव मे गाय दर दर भटक रही है। वही कुछ समाजकंटको द्वारा बेजुबान पशुओं को प्रताड़ित करने के साथ कई बार घायल तक कर दिया जाता है। इनका कहना है कि कस्बे में एक गौशाला संचालित है। परन्तु प्रभावशाली लोगों द्वारा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने के कारण व चारे के अभाव के साथ पानी की समस्या के चलते संचालित गौशाला मे सिर्फ दुध देने वाली गायों को ही रखा जाता है। बाकी आवारा गायों के लिए वहाॅ जगह नहीं है। जिससे बेजुबान गायें दर दर भटकने के साथ ही सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाती है।