प्रभारी मंत्री की बैठक के बाद जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली तथा प्रभारी मंत्री द्वारा दिये निर्देशों की अक्षरशः पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जेवीवीएनएल अधीक्षण अभियन्ता ने कलेक्टर को बताया कि पेयजल सप्लाई के लिये जिले में 56 डेडिकेटेड फीडर हैं तथा इन सभी का सर्वे कर लिया गया हैं। गंगापुर उप जिला अस्पताल के लिये भी डेडिकेटेड फीडर है, जिला अस्पताल को विद्युत सप्लाई सामान्य फीडर से की जा रही है। जिले में 132 केवी के 8 प्वाइंट हैं और इन सभी को चैक कर लिया गया हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि ट्रांसफार्मर, लाइन, पोल व अन्य आवश्यक उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक रखे तथा चक्रवात के निकलते ही जल्द से जल्द रिस्टोरेशन कार्य शुरू कर दे। जेवीवीएनएल का कंट्रोल रूम चालू है तथा सभी 9 उपखंडों पर टीमें गठित कर अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने पीएचईडी अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपात स्थिति के लिये डीजी सेट तैयार रखे, चक्रवात के कारण बिजली सप्लाई में बाधा आये तो टैंकर से सप्लाई का प्लान तैयार रखे।
अभी जिले में 80 पेयजल टैंकर सप्लाई हो रहे हैं, इनमें से गंगापुर में 52 और बामनवास में 18 की सप्लाई हो रही है। पेयजल स्रोतो के लिए पावर बेक की व्यवस्था रखी जाए। इसी प्रकार टैंकर, ड्राइवर, डीजी सेट आदि की व्यवस्थाएं रखी जाए। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि चक्रवात से पेड गिरने के कारण रास्ते जाम न हो, जेसीबी, ट्रैक्टर, ट्रॉली, श्रमिक व उपकरणों की अभी व्यवस्था कर लें। मोबाइल सेवा भी बाधित हो सकती है, उसको भी ध्यान में रख कर कम्युनिकेशन प्लान बना लें। बैठक में पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने भी सभी अधिकारियों से आपसी समन्वय रखते हुए अलर्ट रहने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमएचओ डॉ तेजराम मीना, एसई पीएचईडी सीताराम मीना, एसई पीडब्ल्यूडी आरसी मीना, एसई जेवीवीएनएन रामखिलाडी मीना, उपखंड अधिकारी सवाई माधोपुर कपिल शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।