जिले में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने तथा मरीजों को समुचित उपचार दिलाने के जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन के प्रयासों को गत 1 सप्ताह से उल्लेखनीय सफलता मिल रही है। अप्रैल माह के अंतिम एवं मई के प्रथम सप्ताह में जिला एवं उप जिला अस्पताल पर कोविड मरीजों का खासा दवाब बढ़ गया था। उक्त समय में जिला अस्पताल और गंगापुर उप जिला अस्पताल में बमुश्किल 2-3 कोविड बेड खाली रहते थे तथा कई बार तो अतिरिक्त बेड लगाकर कोरोना पॉजिटिव का उपचार करना पड़ा। अब लॉकडाउन की सफल पालना तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ने तथा समय रहते खांसी, बुखार के मरीजों की स्क्रीनिंग, टेंस्टिंग तथा सीएचसी पर ही कोविड वार्डों के संचालन से स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जिला और उप जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में कोविड बेड खाली हैं। शुक्रवार को जिला अस्पताल में कोरोना उपचार के लिये उपलब्ध 148 बेड में से 90 पर ही मरीज भर्ती थे। यहॉं शुक्रवार को दोपहर दो बजे के बुलेटिन के अनुसार 58 बेड नये मरीजों के लिये उपलब्ध है। अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अंजनी मथुरिया ने बताया कि शुक्रवार को भर्ती मरीजों में से 48 मरीज पाइपलाइन और कंसंट्रेटर से तथा 34 मरीज सिलेंडर से ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे थे। 8 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत ही नहीं पडी।
पिछले चौबीस घंटे में जिला अस्पताल से 15 मरीज डिस्चार्ज किये गये। इसी प्रकार गंगापुर उप जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. दिनेश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को उपलब्ध 70 कोरोना बेड में से 42 पर मरीज भर्ती थेए 28 बेड खाली रहे। भर्ती 42 मरीजों में से 39 ऑक्सीजन की जरूरत होने के कारण ऑक्सीजन बेड पर थे। 3 मरीजों की स्थिति काफी बेहतर रहने से उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पडी। यहां शुक्रवार को 12 मरीज डिस्चार्ज किये गये है।