प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर के तहत ग्राम पंचायत तलावड़ा में प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत तलावड़ा में पशु चिकित्सालय एवं आयुर्वेदिक चिकित्सालय के अधिकारियों ने शिविर प्रभारी के समक्ष कार्यालयों के पट्टे जारी करने का आवेदन किया। पट्टे जारी नहीं होने से दोनों कार्यालयों को स्वामित्य प्राप्त नहीं हो पा रहे थे और स्यामित्व के अभाव में बजट नहीं मिल पा रहा था।
शिविर में शिविर प्रभारी द्वारा आवेदन को स्वीकार किया गया एवं ग्राम पंचायत तलावड़ा एवं पंचायत समिति खण्डार को पट्टा जारी करने के निर्देश दिये। ग्राम पंचायत तलावड़ा द्वारा मौके पर ही दोनों कार्यालयों के पट्टे जारी किये गये। शिविर प्रभारी बंशीधर योगी एवं तहसीलदार खण्डार द्वारा अधिकारियों को पट्टा वितरण किया गया। पट्टा बनने से अब दोनों कार्यालयों को विकास हेतु बजट का आवंटन संभव हो सकेगा।
तलाकशुदा महिला के एक बच्चे को मिला पालनहार योजना का लाभ
प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर के तहत ग्राम पंचायत चौथ का बरवाड़ा में आयोजित शिविर में पूनम देवी पत्नी भूपेन्द्र सिंह निवासी ग्राम पंचायत चौथ का बरवाड़ा ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया है कि उसके पति भूपेन्द्र सिंह से 6 वर्ष पूर्व तलाक हो गया है और उसका एक पुत्र है। प्रार्थी पूनम देवी की आर्थिक स्थिति भी खराब है। इस पर शिविर में ही प्रार्थीया से आवेदन करवाया जाकर महिला के एक पुत्र देवी सिंह जो कि कक्षा 2 में अध्ययनरत है, को पालनाहार योजना की स्वीकृति जारी कर दी गई। इसी प्रकार भूली देवी पत्नी स्व. जगदीश नागर निवासी ग्राम पंचायत चौथ का बरवाड़ा ने शिविर में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया है कि उसके पति जगदीश नागर की 27 जनवरी 2020 को मृत्यु हो गई थी।
महिला की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है एवं कृषि कार्य पर ही उनका गुजारा बहुत मुश्किल से हो पाता है। इस पर शिविर में ही प्रार्थीया से आवेदन पत्र भरवाकर महिला की एक पुत्री रीना नागर जो कि कक्षा 9वीं में अध्ययनरत है, को पालनाहार योजना की स्वीकृति जारी कर दी गई। पालनहार की स्वीकृति पर लाभार्थियों ने कहा अब आर्थिक संबल मिल सकेगा। इसी प्रकार पार्वती देवी पत्नी सुरेश सैनी निवासी बालापुरा ढाणी, चौथ का बरवाड़ा ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया है कि वह बाएं पैर से विकलांग है। उक्त महिला की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है एवं उनका गुजारा बहुत मुश्किल से हो पाता है। शिविर में महिला के दो पुत्रों घनश्याम एवं हरिकेश को पालनहार की जारी कर दी गई।