राजस्थान में शनिवार को संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेशभर में फर्जी वोटरों की अफवाह और शिकायत को लेकर कई प्रत्याशियों के समर्थक आपस में भीड़ गए। इन घटनाओं के समय मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाकर मामले शांत करवा दिए। साथ ही पुलिस ने प्रदेशभर में 77 लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। डीजी कानून-व्यवस्था राजीव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में ज्यादातर जगह 6 बजे तक चुनाव संपन्न हो गए थे। कुछ बूथ पर लाइनें लगी होने के कारण देरी तक मतदान चला था।
धौलपुर के बाड़ी में हुई फायरिंग की घटना का चुनाव से कोई संबंध नहीं था। ये घटना दो पक्षों के बीच पुरानी रंजिश को लेकर हुई थी। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को पकड़ा था। सीकर के फतेहपुर में फर्जी वोटरों की शिकायत को लेकर दो पक्षों ने आपस में पथराव किया था। सुचना पर मौके पर पहुंची फोर्स ने मामला शांत करवाकर कुछ लोगों को पकड़ लिया। इसके अलावा टोंक, सीकर, चूरू, भरतपुर, धौलपुर, कामां सहित कई जगह पर छोटी-मोटे झगड़े हुए थे।
लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते मोर्चा संभाल लिया। इसके अलावा इस बार प्रशासन और पुलिस के आचार संहिता नियमों की सख्ती से पालना कराने के कारण पुलिस से भी कई जगह पर समर्थकों से सामना हुआ है। इधर कमिश्नरेट में सिविल लाइंस विधानसभा सीट के सुशीलपुरा बूथ पर फर्जी वोट देने आए दो युवकों के संबंध में कांग्रेस-बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थक आमने-सामने हो गए। पुलिस ने समझाया और दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
उसके बाद दोनों पक्ष शांत हो गए। झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में बिंदायका स्थित बूथ पर फर्जी वोटर को लेकर राज्यवर्धन सिंह और अभिषेक चौधरी के समर्थक भीड़ गए। सूचना मिलने पर दोनों प्रत्याशी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने यहां से एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा सिंवार गांव के एक बूथ पर भी दोनों प्रत्याशी आमने-सामने हो गए। पुलिस ने समझाइश करके शांत करवा दिया।