बाढ़पुर गांव में एक ही रात में चोरों ने पांच घरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया। चोरों ने 5 मकानों के ताले तोड़ दिए। सुबह जानकारी होने पर गांव में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाबूलाल गुर्जर ने बताया कि देर रात को चोरों ने 5 घरों के ताले तोड़ जेवरात, नगदी व कीमती सामान चोरी कर चुरा ले गए और इस बात की पीड़ित परिवारों को जरा सी भनक भी नहीं लगी। पीड़ित प्रभूलाल बैरवा का परिवार मकान के बगल वाले कमरे में सो रहा था।
चोरों ने मकान में घुसने के बाद सबसे पहले जिस कमरे में घुसे वहां के लाइट के तार काटे फिर चोरों ने कमरे के ताले को तोड़ कर दो बक्सों में रखे सामान खंगाले जिसमें प्रभु बैरवा ने अपनी बेटी के कान के सोने के आभूषण, टोपिस, हाथ का हथफूल और अपनी बेटी के रखे पांच हजार की नकदी चुरा ले गए। वहीं 10 हजार खुद के रखे वो भी पार कर ले गए। इसी प्रकार स्कूल के समीप हंसराज पुत्र जगन्नाथ गुर्जर की बहू के जेवरात वाले बक्से को चोरों ने उठाकर एक गेंहू के खेत में पटक दिया।
जहां पर संदूक खोलकर बहु के पांच सौ ग्राम की कनकती व 7 हजार रुपए निकाल कर ले गए और कपड़ों को छोड़कर चल गए। हंसराज ने बताया कि बेटा मजदूरी करने के लिए जयपुर गया हुआ है घर पर बहू और सास दोनों सो रही थी लेकिन चोरों ने किसी को भनक तक नहीं लगने दी। इसी प्रकार राजेश बैरवा पुत्र गोरधन के घर चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित राजेश बैरवा की पत्नी ने बताया कि वह घर पर ही सो रही थी जिसमें उसने अपने परिवार के लिए 2 हजार 500 रुपये रखे हुए थे।
जिसमें चोरों को सन्दुक में उनको पांच सौ रुपए ही मिले और दो हजार कपड़ो में रखे हुए थे जिससे वो बच गए। चोरों को मोती गुर्जर के घर से खाली हाथ लौटना पड़ा, पास ही के घर हंसराज उर्फ गोरया की बेटी का एक चांदी की चेन व चार हजार मजदूरी रुपये पार कर लिए। गांव के सरपंच पति बृजेश ने सुबह सभी के घर जाकर चोरी की घटना को देखकर पुलिस को सुचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।