रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश लक्खी मेले के बाद खंडार के तारागढ़ किले में जयंती माता मेले का शनिवार को आगाज होगा।
मंदिर महंत भरत दुबे ने जानकारी देते हुए बताया की यह मेला 15 से 17 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। समिति द्वारा इस हेतु सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
उन्होंने बताया कि 15 सितंबर को आमजन ध्वज के साथ माताजी मंदिर पहुंचेंगे। जहां ध्वज पूजन के साथ मेले का आगाज होगा और दुर्गा सप्तशती का पाठ एवं हवन प्रारंभ होगा। इसी प्रकार 16 सितंबर को 108 हनुमान चालीसा का पाठ एवं रात्रि शिव विवाह जागरण का आयोजन किया जायेगा। 17 सितंबर को को मुख्य मेला होगा। जिसके अंतर्गत प्रात: 4:30 बजे माँ का अभिषेक, पूजन अर्चन, श्रंगार व पुष्प बंगला में सजाया जाकर महाभोग लगाया जाएगा तथा हवन की पूर्णाहुति की जाएगी।
कुलदीप मथुरिया ने बताया की यात्रियों के लिए रास्ते में उचित दूरी पर पानी व छाया की व्यवस्था की जाएगी। रात्रि में जागरण में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रास्ते में किले की तलहटी में बने स्वागत द्वार से माताजी मंदिर तक प्रकाश की व्यवस्था रहेगी। साथ ही मेले से पहले ही प्रदूषण को मद्देनजर रखते हुए पौधारोपण किया गया है और भंडारो में प्रसाद वितरण हेतु पॉलिथीन या डिस्पोजल के उपयोग को वर्जित रखा गया है।
मेले में आसपास के गांवों के साथ कोटा, जयपुर, बूंदी सहित अन्य कई जिलों से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।