जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने संपर्क पोर्टल, समाधान एवं सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण एवं बकाया की समीक्षा के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली तथा प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संपर्क पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों का गुणवत्ता के साथ समय पर निस्तारण करें तथा अधिकारी स्वयं इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर ने कहा कि जिन प्रकरणों में पैंडेन्सी को एक वर्ष से अधिक समय हो गया, ऐसे प्रकरणों को अविलंब निस्तारित करें। उन्होंने कहा कि कई विभागों द्वारा प्रकरणों को नहीं देखे जाने पर निर्धारित समय बाद प्रकरण अगले लेवल पर एस्केलेट हो जाता हैं।
इसे गंभीरता से लिया जाता है। अधिकारी नियमित रूप से पोर्टल पर लंबित प्रकरणों को देखे तथा समय पर निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के संबंध में कागज में लाभ देना बता दिया तथा मौके पर लाभ नहीं दिए जाना मिला तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होने निस्तारित प्रकरणों की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि परिवादी की संतुष्टी दर बढ़ सके। बैठक में कलेक्टर ने विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निर्धारित समय सीमा में निस्तारण करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जेवीवीएनएल, पंचायत राज के, पीडब्लूडी के, ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सहित अन्य विभागों के बड़ी संख्या में प्रकरण पोर्टल पर लंबित हैं। बैठक में उन्होंने लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेते हुए सीएम हेल्पलाइन एवं संपर्क पोर्टल का नियमित लॉगइन करने तथा निर्धारित समय सीमा में निस्तारण के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी, यूआईटी सचिव महेन्द्र मीना, सीपीओ बाबूलाल बैरवा, एसई जेवीवीएनएल, पीडब्लूडी एसई, सीएमएचओ, शिक्षा अधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।