अवैध बजरी निष्क्रमण के खिलाफ प्रशासन की सख्ती को देखते हुए बजरी माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। बुधवार दोपहर को अवैध बजरी लेकर जा रही ट्रैक्टर-ट्रॉली का पता लगते ही पुलिस द्वारा तारनपुर-श्रीपुरा सड़क पर वाहन का पीछा किया गया। पता लगते ही अवैध बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली के चालक ने बीच सड़क पर बजरी खाली करके तेजी से श्रीपुरा की ओर निकला। जहां असंतुलित होकर सामने स्थित भगवान शंकर के मंदिर की बाउंड्रीवाल का गेट तोड़ते हुए मंदिर परिसर में घुस गया।
जिससे ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं चालक बाल-बाल बचा। चालक ट्रैक्टर-ट्रॉली को छोड़कर मौके से फरार हो गया। वहीं पता लगते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण हवाई उपस्थित हो गए मौके पर जहां मलाना डूंगर थाना पुलिस पहुंची वहीं खनिज विभाग के खनिज वैज्ञानिक एपी सिंह भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर वाहन जब्ती की कार्यवाही करने लगे।
कार्यवाही के दौरान स्थानीय ग्रामीण मंदिर में हुए नुकसान के मुआवजे के लिए अड़ गए। श्रीपुरा निवासी बद्री लाल मीणा समुद्र सिंह मीणा बाबूलाल मीणा आदि ने बताया कि जब से तारनपुर में बजरी लीज होल्डर का चेक पोस्ट बना है तब से बजरी से भरे सैकड़ों अवैध बजरी वाहन लालसोट कोटा मेगा हाईवे होते हुए तारनपुर से श्रीपुरा पहुंचते है और श्रीपुरा से मलारना चौड़ के लिए बनी नई सड़क से वापस लालसोट कोटा मेगा हाईवे पर आ जाते हैं।
लोगों ने बताया की श्रीपुरा मलारना चौड़ के बीच नई सड़क निर्माण को अभी 1 वर्ष भी पूरा नहीं हुआ है और पूरी 3 किलोमीटर से ज्यादा सड़क खड्डों में तब्दील हो चुकी है। इस दौरान ए. पी. सिंह, खनिज वैज्ञानिक सवाई माधोपुर ने बताया कि यहां प्रतिदिन बड़ी मात्रा में अवैध बजरी परिवहन होता है हमारी काफी प्रयास के बाद भी ग्रामीण वस्तुओं से बजरी वाहन निकल रहे हैं। जो भी ट्रैक्टर-ट्रॉली ग्रामीणों द्वारा पकड़ाई गई है इस पर कार्यवाही करेंगे तथा अवैध बजरी परिवहन नहीं हुए इसके लिए प्रयास करेंगे।