अंतरा गर्भनिरोधक का प्रशिक्षण का आज बुधवार को आयोजन हुआ। परिवार को नियोजित करने का साधन अंतरा का जिला स्तरीय प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। इस परिवार कल्याण साधन को महिलाओं के लिए लॉन्च किया गया है।प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना की अध्यक्षता में किया गया, उनके द्वारा सभी नर्सिंग कर्मी प्रतिभागियों को संबोधित किया गया। प्रशिक्षण डॉ. चेतराम मीना गेनोकोलॉजिस्ट व आदित्य तोमर यूएनएफपीए द्वारा दिया गया। सभी को अंतरा इंटरा मस्क्युलर (आईएम) जो कि पूर्व में ही लगाया जा रहा है व नवंबर 2023 में लांच किये गए अंतरा सब्क्यूटेनियस (एससी) संबंधी एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। मेडरॉक्सी प्रोजेस्टेरोन असेटेट सब क्यूटेनस इंजेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव यानी अंतरा एस सी को नए परिवार कल्याण साधन के रूप में लाया गया है ताकि बास्केट ऑफ चॉइस प्रदान करते हुए परिवार कल्याण साधनों में अधिक विकल्प प्रदान किये जा सके।
केंद्र सरकार द्वारा कैफेटेरिया अप्रोच मेथड को अपनाते हुये परिवार कल्याण के दो नए साधनों को लॉन्च किया गया है। प्रशिक्षण में आईएम व सब क्यूटेनस अंतरा की महत्ता, मेकेनिज़्म, यूनिजेक्ट इंजेक्शन सिस्टम, इसके फायदे, प्रभाव, फायदे, लिमिटेशंस, चिकित्सकीय पात्रता, क्लाइंट असेसमेंट, काउंसलिंग, स्टोरेज, शुरुआत कब और कैसे की जाए, पैकेजिंग, डोज़, कहां लगाया जाए, इंजेक्शन को एक्टिवेट करना, इंजेक्शन के बाद देखभाल, फॉलो अप केयर, साइड इफ़ेक्ट का मैनेजमेंट, इंफेक्शन से बचाव की जानकारी प्रदान की गई। नेशनल गाइडलाइन, प्रेग्नेंसी स्क्रीनिंग चेकलिस्ट, प्री और पोस्ट टेस्ट, प्रेजेंटेशन व प्रेक्टिकल के माध्यम प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
अंतरा सब क्यूटेनस पहले वाले अंतरा से किस प्रकार अलग है:- इस अंतरा को भी हर तीन महीने में ही लगाया जाएगा, और यह पहले वाले अंतरा इंजेक्शन (एमपीए- आईएम) जितना ही कारगर है। अंतरा आईएम की 1.0 एमएल की डोज़ दी जाती है वहीं अंतरा एससी की डोज़ 0.65 एमएल दी जाएगी। अगर कोई महिला पहले से पुराने वाले अंतरा (एमपीए-आईएम) को लगवा रही है तो वो चाहे तो इस नए वाले अंतरा (एमपीए-एससी) को लगवाना शुरू कर सकती है।
अंतरा लगवाने वाली महिला के इंजेक्शन लगवाने के बाद यह तीन माह तक प्रभावी रहता है। अगली डोज़ हर तीन माह बाद लगवानी होती है, इंजेक्शन लगने के बाद उसे मालिश ना की जाए ना ही गर्म पानी से सेक किया जाए।
अंतरा लगवाने से स्तनपान पर कोई फर्क नहीं पड़ता है, न ही दूध की मात्रा पर न ही क्वालिटी पर इससे भविष्य में गर्भवती होने में कोई परेशानी नहीं आती है, जब भी कोई महिला गर्भवती होना चाहे वो अंतरा लगवाना बंद कर सकती है बंद करने के कुछ माह बाद महिला गर्भवती हो सकती है। सभी नर्सिंग कर्मियों को जानकारी दी गयी कि उनके द्वारा किस प्रकार लाभार्थी को इस परिवार कल्याण साधन के लिए समझाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस परिवार कल्याण साधन को रोजाना लेने के लिए याद रखने की आवश्यकता नही है ये एक इंजेक्शन है जिले हर तीन महीने में लगवाना होता है। इससे पीरियड में होने वाला दर्द कम होता है, अनीमिया में कमी आती है, इंट्रोमेट्रियल व ओवेरियन केंसर में कमी, फायब्रॉयड्स में कमी, पेल्विक इन्फ्लामेट्री डिसीस में कमी आती है।