
ईआरसीपी कार्यालय में किए 46 जल संसाधन विभाग के अभियंताओं और कार्मिकों के स्थानांतरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश निरंतर प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर है। पूर्वी राजस्थान में पेयजल, सिंचाई और औद्योगिक विकास के लिए संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक (एकीकृत ईआरसीपी) परियोजना की सौगात देने में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है एवं इस परियोजना को शीघ्र धरातल पर उतारने के लिए राज्य सरकार त्वरित गति से कार्य कर रही है। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश की यह महत्वाकांक्षी परियोजना कई सालों से रुकी हुई थी परन्तु अब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रदेश के विकास के लिए डबल इंजन की गति से कार्य कर रहें है।

उन्होंने कहा कि यह परियोजना पूर्वी राजस्थान में कृषकों और आमजन के लिए जीवनदायिनी साबित होगी। रावत ने कहा कि इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए विभाग पर्याप्त संख्या में श्रम-शक्ति नियुक्त कर रहा है। इसी क्रम में जल संसाधन विभाग ने बुधवार को जल संसाधन विभाग के 46 अभियंताओं और कार्मिकों के स्थानांतरण ईआरसीपी कार्यालय में किये गए है। इनमें 27 अभियंता, 7 अराजपत्रित (अभियांत्रित संवर्ग) और 12 अराजपत्रित (मंत्रालयिक संवर्ग) के कार्मिक शामिल है।