15 दिवस में 60 हजार से अधिक रोगियों का 75 करोड़ रूपए का कैशलेस हुआ उपचार
अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने गत शनिवार को स्वास्थ्य भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा की प्रगति, कोविड प्रबंधन सहित चिकित्सा विभाग से जुडे़ अन्य विषयों पर समीक्षा कर रही थीं। इस बैठक के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने प्रदेश में संचालित आयुष्मान भारत-मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की भी समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुचि त्यागी ने बताया कि योजना के तहत सूचीबद्ध राजकीय एवं निजी अस्पतालों में उपचार सुचारू रूप से उपलब्ध करवाया जा रहा है। वर्तमान में पोर्टल सुचारू रूप से चल रहा है और सूचीबद्ध अस्पतालों में रोगियों को उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि विगत 15 दिवस में योजना के तहत 60 हजार से अधिक रोगियों को करीब 75 करोड़ रूपए का कैशलेस उपचार प्रदान किया गया है। योजना के तहत विगत 15 दिवस में प्रतिदिन औसतन 8 हजार एडमिशन अस्पतालों में हुए हैं। साथ ही, योजना में भुगतान का कार्य भी निर्बाध रूप से किया जा रहा है।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिव प्रसाद नकाते ने कहा कि किसी भी जिले में कोविड पॉजिटिव केस आने पर उसका सैम्पल तुरंत प्रभाव से जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भिजवाया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट भी जल्द उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रविप्रकाश माथुर ने कहा कि सभी संयुक्त निदेशक-जोन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विकसित भारत संकल्प यात्रा की प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। साथ ही, कोविड के दृष्टिगत अस्पतालों में जांच किट, दवा एवं अन्य संसाधनों की आवश्यकता से अवगत कराएं। अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने विस्तृत प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोविड प्रबंधन के बारे में जानकारी दी।
सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य, अधीक्षक, माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष, संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ, पीएमओ, आरटीपीसीआर लैब इंचार्ज, आईडीएसपी टीम, जिला क्षय रोग अधिकारी, सहायक औषधि नियंत्रक सहित चिकित्सा सेवाओं से जुडे़ ब्लॉक स्तर के अधिकारी वीसी से जुडे़।