रणतभंवर गणेश परिवार समस्त भारत के तत्वावधान में त्रिनेत्र गजानंद गणेश के भक्तों ने नया साल सूरत में मनाया। ना होटल जाएंगे, ना डिस्को जाएंगे, नया साल गणपति के चरणों में मनाएंगे इसी लग्न और परंपरा के अनुसार 31 दिसम्बर 2022 को सुबह 7 बजे त्रिनेत्र गणेश की शोभायात्रा बहुत सारे लवाजमा के साथ अग्रवाल समाज भवन से प्रारंभ हुई जो दोपहर 12 बजे वेसू स्थित सिद्धि विनायक मंदिर पहुंची।
सवाई माधोपुर गणेश परिवार के मुखिया अशोक खुटेटा ने बताया कि शोभायात्रा में अनेक सजीव झांकियां अनेक बैंड, घोड़े, हाथी एवं पुणे महाराष्ट्र से आए हुए 51 सदस्यों का दल एवं देशभर से आए हुए करीब 600 गणेश भक्त एवं सूरत के 1100 भक्तों के साथ डेढ़ किलोमीटर काफिले में चली जिसने 7 किलोमीटर की दूरी तय की।
खुटेटा ने बताया की सांय 4 बजे से गणेश गुणगान प्रारंभ हुआ। बंगाली कारीगरों द्वारा रणथंम्भौर किले का स्वरूप बनाया गया। उसमें त्रिनेत्र गजानंद गणेश का दरबार लगाकर अनेकों प्रकार के फूलों से त्रिनेत्र गजानन गणेश को सजाया गया। भजनों की यह गंगा सुबह तीन बजे तक चली। रात को 12 बजे भव्य आतिशबाजी करते हुए गणेश भक्तों ने एक दूसरे को गले मिलकर नववर्ष की बधाइयां दी एवं गजानंद को नमन करते हुए पूरे देश में खुशहाली की कामना की।