मध्य रात्रि चाइल्डलाइन कन्ट्रोल पर कॉलर द्वारा एक 12 वर्षीय बालक के रेलवे स्टेशन पर लावारिस अवस्था में सर्दी में बैठा देख केस रजिस्टर्ड करवाया गया। सुचना मिलने के साथ ही टीम मेम्बर धर्मराज गुर्जर ने मोके पर जाकर बालक को अपने संरक्षण में लेकर आरपीएफ में डीडी एन्ट्री कराकर कार्यालय पर लाये। बालक ने परामर्श के दौरान बताया कि वो इन्द्रगढ जिला बून्दी का रहने वाला है और कोटा जाने के लिए घर से निकला था, अनजाने में सवाईमाधोपुर आ गया।
वही दूसरा बालक रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ को मिला। जिसे आरपीएफ ने चाइल्डलाइन के सुपुर्द कर दिया। चाइल्डलाइन टीम ने परामर्श के दौरान बालक ने बताया कि वो इन्द्रगढ का रहने वाला है। चाइल्डलाइन टीम ने दोनों बालको को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया। बाल कल्याण समिति के आदेश से दोनो बालको को अस्थायी तौर पर मर्सी आश्रय गृह में प्रवेश दिलाया गया। वही चाइल्लाइन टीम दोनो बालको के परिजनो से सम्पर्क साधने का प्रयास कर रही है।