जिला मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस के सामने पंच मुखी (हनुमान) बालाजी की मंदिर से गत सोमवार-मंगलवार की रात्रि को अज्ञात चोर लुटेरे मन्दिर में स्थाई निवास करने वाले संत विष्णुदास जी और उनके शिष्य मनोहर दास बाबा को अज्ञात तरीके से बेहोश कर लाखों की नगदी, दोनों के मोबाइल फोन तथा मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे और उनके संचालन के पूरे सिस्टम उखाड़ कर ले गए। प्रत्यक्ष दर्शियों तथा हनुमान मंदिर से जुड़े श्रद्धालूओं के अनुसार दोनों संत रात्रि 9 बजे प्रतिदिन मंदिर बंद कर सो जाते है। संभवतह बीती रात भी दोनों साधू सो गए और 2 से 3बजे के बीच चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया है। लोगों ने बताया की प्रतिदिन मंदिर सुबह 4 बजे करीब खुल जाता है दोनों संत पूजा पाठ की तैयारी शुरू कर देते है, और भक्त लोगों का आना जिनमें महिला -पुरुष होते है बालाजी के दर्शनार्थ आना शुरू हो जाता है। आज जब सुबह भक्त मंदिर आए तो देखा मंदिर का एक गेट खुला हुआ है और दोनों संत अचेत अवस्था मे पड़े है तो भक्त सक्ते में आ गए और इधर उधर अपने परिचितों को फोन किए।
किसी ने कोतवाली पुलिस थाने में भी फोन किया तो लोगों का मंदिर में जमावड़ा लग गया। सूचना पर करीब 6 बजे डॉक्टर दंपती नरेंद्र सोनी मंदिर पहुंचे। उन्होंने संतों के हालात देख संदेह जताया की इनको बेहोसी के लिए कोई चीज सुंघाई गई है। उन्होंने कहा की इनको होश आने में 24 से 36 घंटे लग सकते है। इस बीच कोतवाली से भी दो पुलिस कर्मी मंदिर आए बताए जो मंदिर और संतों के हालात देखकर ये कहते हुए चले गए की इन बाबाओं को होश आएगा तब घटना का सही पता चल पाएगा। मन्दिर में मौजूद लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली को देख आक्रोश व्याप्त हो गया।
उन लोगों का आरोप था की पुलिस ने ना तो घटना स्थल की मौका रिपोर्ट बनाई ना उन अचेत साधुओं को चिकित्सकीय उपचार की कोई व्यवस्था की और इतनी बड़ी घटना साधारण घटना बताते हुए चले गए। गुस्साए लोग बाद में कोतवाली पुलिस थाने गए और अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए मुकदमा दर्ज करने, अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने तथा साधुओं का उपचार करवाने की मांग की और कोतवाल को एक ज्ञापन दिया। जानकर सूत्रों के अनुसार कोतवाल ने आक्रोशित लोगों को शांत करते हुए शीघ्र उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा की आप लोग पहले दोनों बाबाओं को सेविका अस्पताल में भर्ती करवा दो जैसे ही बाबा होश में आएंगे घटना की जानकारी भी उनसे मिल जायेगी उसके बाद मुकदमा भी दर्ज हो जायेगा और चोरों को पकड़ने के प्रयास भी शुरू कर देंगे।
कोतवाल के आश्वासन के बाद लोगों ने एंबुलेंस की सहायता से दोनों संतों को एपेक्स रणथंभौर सेविका अस्पताल में भर्ती करवा दिया जहां उनका इलाज समाचार लिखे जाने तक जारी था। उल्लेखनीय है कि पंच मुखी हनुमान मंदिर में तीसरी चौथी घटना है। इसके कुछ माह पहले हाऊसिंग बोर्ड में झूलेलाल मंदिर, उसी के निकट हनुमान मंदिर और पंच मुखी बालाजी मंदिर में लगातार चोरियां हुई लेकिन पुलिस आजतक किसी भी चोरी का ना तो खुलासा कर पाई ना किसी तरह की कोई गिरफ्तारी हुई। लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है। इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन देने का लोगों ने निर्णय लिया है साथ ही सर्किट हाउस रोड हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थाई रूप से गस्त लगवाने की मांग की है।