शिवाड़ कस्बे सहित क्षेत्र में बेमौसम आंधी-बरसात ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। गुरुवार रात करीब 40 मिनट तक बरसात व आंधी तूफान से खेतों में काट कर रखी गेहूं की फसल उड़कर दूर दर तक फैलने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
किसान रामफूल गुर्जर ने बताया कि रात को अंधेड़ के साथ आई बारिश ने फसलों को चौपट कर दिया। खेतों में खड़ी फसलें खेतों में सो गई, वहीं कटी हुई फसलें पानी में भीग गई। चने की फसल में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में किसान भगवान को कोस रहा है। कई माह की मेहनत के बाद तैयार फसल को घर लाने से पहले ही भगवान ने हमारी फसलों को आधे घंटे में तहस-नहस कर दिया।
इस दौरान आए अंधड़ से क्षेत्र में कई पेड़ धराशायी हो गए। किसानों को रबि की फसल से काफी उम्मीद थी लेकिन अंतिम समय में बेमौसम बरसात तेज हवाओं से किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उन्होने फसलों में हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर पीड़ितों किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। इस अवसर पर रामराय चौधरी, मौजी राम गुर्जर, सुशील जैन, बेनी माधव शर्मा, प्रहलाद जाट, जगदीश प्रसाद सोनी, सीताराम गुर्जर सहित अनेक लोग उपस्थित थे।