सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव रावल के किसान परिवार में जन्मे गोवर्धन मीना में बचपन से ही पर्यावरण व वन्यजीवों के संरक्षण के लिए काम करने का जुनून और जज्बा था इसीलिए उन्होंने बचपन में ही इस क्षेत्र को चुना व इसमें अपना कदम रखा। हनुमान प्रसाद शर्मा जो कि इसी क्षेत्र में पहले से कार्य कर रहे थे, उनको अपना आदर्श बनाया। उनके साथ काम करने में जान से जुट गए। लगातार वन्य जीव व पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करते हुए गोवर्धन मीना ने इस क्षेत्र में कई राज्य व जिला स्तर के अनेक पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। सन 2018 में इस क्षेत्र में उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सेंचुरी एशिया द्वारा वाइल्ड लाइफ सर्विस अवार्ड 2018 से नवाजा गया और 2019 मे दिल्ली मे कर्मवीर एजुकेशन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।
गोवर्धन मीणा वर्तमान में किड्स फॉर टाइगर के समन्वयक के रूप में कार्य करते हुए रणथम्भौर परिक्षेत्र के गांवों में बच्चों व गांव वालों को पर्यावरण व वन्यजीवों के संरक्षण के लिए लगातार जागरूक कर रहे हैं। हाल ही में उन पर एक लघु फिल्म वन्य क्रांति रणथंभौर फिल्माई गई है जो कि टाइगर डे के मौके पर रिलीज होगी। उनकी यह फिल्म सेंचुरी एशिया व दिल्ली बर्ड फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में निर्देशित की गई है। जिसे निर्माता निर्देशक हंस दलाल ने इसे फिल्माया है।