शिवाड़ सहित सरसोप टापुर महापुरा डीडायच ग्राम पंचायत सहित क्षेत्रीय ढाणियों में वीर तेजाजी महाराज का दो दिवसीय मेला अल्गोजे लोकगीतों के साथ संपन्न हो गया। कजोड़ माली, कालू माली, राम अवतार, सुखपाल माली ने बताया कि रविवार शाम को बड़े तालाब एवं घुश्मेश्वर धाम स्थित वीर तेजाजी महाराज के स्थान से तेजाजी महाराज के श्रद्धालुओं द्वारा द्वारा सजा धजा कर बिंदोरी निकाली गई। जो रात को पूरे गांव में भ्रमण कर अपने-अपने स्थान पर पुनः पहुंची जहां रात्रि में कलाकारों ने अल्गोजे ढोलक मजीरे की ध्वनि पर अपने लोक देवता गीतों के माध्यम से लोक देवता तेजाजी की महिमाओं का बखान किया। इस अवसर पर तेजाजी महाराज मंदिर परिसर को फूल मालाओं एवं बंदरवाल से सजावट कर आकर्षक झांकियां सजाई गई। सोमवार को दिन भर अल्गोजे की धुन पर तेजाजी रे कंवर तेजा, रे तेजो बाबा आओ लो भजनों पर श्रद्धालु नाचते गाते नजर आए। वहीं तेजाजी के घोड़ले में भाव आने पर भक्तों द्वारा तेजाजी के जयकारों से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा घोडले ने झाड़ा भभूत देकर लोगों की पीड़ा का निवारण किया।
वहीं दिन भर विषैले कीड़ों के दंश से पीड़ित लोगों के तातिये काटे गए। बाबूलाल सैनी, बजरंग लाल सैनी ने बताया की बिंदोरी गाजे बाजे के साथ निकाली गई बिंदौरी का ग्रामीणों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर झांकी में बाबा के चित्र के समक्ष दक्षिणा, रखकर आरती कर स्वागत किया मंदिर में दिनभर महिलाएं पुरुष पहुंचकर तेजाजी महाराज को नारियल प्रसाद सीधा दक्षिण चढ़ाकर बाबा की चैखट पर ढोक लगाकर गांव क्षेत्र में खुशहाली की मन्नत मांग रहे थे। इस अवसर पर गणेश कुशवाहा, बाबूलाल माली, दुर्गा शंकर सैनी, मदन सैनी, राकेश कुशवाहा, बजरंग लाल जाट, रामजीलाल जाट, किशन जाट, रमेश नाथ, पप्पू कुशवाहा, सांवरा साहू, राजू जाट, सुरेश कुशवाहा, शिवाजी गुर्जर, शंकर गुर्जर राम प्रसाद जांगिड़ सहित अनेक लोग उपस्थित थे।