मांगें नहीं माने जाने से नाराज जिले भर के पशु चिकित्सा कर्मी सामूहिक अवकाश पर रहे। पशु चिकित्सा संस्थाओं पर ताले लटकने से पशुपालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदेशव्यापी आह्वान पर पशु चिकित्सा कर्मियों का सामूहिक अवकाश 1 अक्टूूबर से 5 अक्टूबर तक चलेगा।
राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष नीरज मीना के नेतृत्व में प्रतिनिधिमॉडल ने पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. भगवान सिंह यादव को जिला कार्यालय में समस्त कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश पर जाने का समर्थन पत्र सौंपा। उन्होने बताया कि 11सूत्री मांगें कई वर्षों से लंबित है जिन में से कई मांगों पर सरकार से सैद्धांतिक सहमति के बाद भी क्रियान्विति नहीं होने से कर्मचारियों में खासी नाराजगी है। इसके चलते सामूहिक अवकाश पर जाने से विभागीय सेवायें व योजनाएें टीकाकरण, पशुगणना पूरी तरह ठप हो गयी है। प्रतिनिधि मंडल में संरक्षक पंचम भाटी, हनुमान गुप्ता, राधारमण उपाध्याय, कमलेश मीना, कुशलपाल सिंह, बृजेश मीना, राजेश मीना, जगमोहन महावर, दौलतराम गोयल, सुरग्यान मीना, गिर्राज शर्मा, रमेश मीना, रणजीतसिंह आदि उपस्थित थे। 2 अक्टूबर को पशु चिकित्सा कर्मचारी शांति मार्च निकालेंगे।