सीईओ ने कार्य में लापरवाही बरतने पर 4 नरेगा मेटों को किया ब्लैकलिस्ट
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक खन्ना ने आज सोमवार को ग्राम पंचायत नायपुर के नरेगा कार्यों का औचक निरीक्षण किया। ऐसे में ग्राम पंचायत में चल रहे नरेगा कार्य चारागाह में तलाई खुदाई कार्य और तलाई खुदाई कार्य भोमिया जी के पास नायपुर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान दोनों जगहों में कार्य पूर्ण गुणवत्ता से नही होने, वर्क साइट पर कार्य का बोर्ड नहीं लगा होने और नरेगा श्रमिकों की अनुपस्थिति आदि कमियां पाई गई। इस बीच सीईओ द्वारा राज्य वित्त आयोग योजना से करवाये जा रहे इंटरलॉकिंग कार्य की जांच की गई।
लेकिन जांच में इंटरलॉकिंग टाइल के नीचे पीसीसी का नहीं होना पाया गया। सीईओ ने ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चल रहे आवास कार्य को भी जांचा, लेकिन लाभार्थी के द्वारा नरेगा मस्टररोल का भुगतान नहीं होना बताया गया। सभी कार्य अनियमितता की श्रेणी में आने के कारण जिला स्तरीय विभागीय जांच शुरू करते हुए ग्राम विकास अधिकारी विष्णु मीना को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाकर मुख्यालय मलारना डूंगर किये जाने हेतु आदेश दिए गए।
इस संबंध में कनिष्ठ सहायक मुरली लाल बैरवा को ग्राम पंचायत के कार्यों के प्रति लापरवाही बरतने के कारण 17 सीसीए के तहत चार्टशीट जारी की गई। नरेगा के दोनों साइट पर मेट द्वारा NMMS से ऑनलाइन हाजिरी नहीं करने एवं उनके द्वारा कार्यों में अनियमितता करने के कारण कुल 4 मेटों को ब्लैकलिस्टेड करने हेतु अतिरिक्त विकास अधिकारी पंचायत समिति खंडार को निर्देशित किया।
इस संबंध में रामचरण बैरवा सहायक अभियन्ता नरेगा, पंचायत समिति खंडार द्वारा पर्यवेक्षण तथा अपने कार्यों के प्रति लापरवाह होने के कारण बैरवा पर 17 सीसीए के तहत कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान सीईओ ने निदेश दिए की ग्राम पंचायत नायपुर में चल रहे विकास कार्यों की विस्तरित जांच जिला स्तर से तकनीकी अधिकारियों के द्वारा 7 दिवस में पूर्ण करवाई जाएगी।