वन विभाग की उदासीनता से बौंली के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों पैंथर के खौफ से ग्रामीण पूरी तरह दहशत में है।
जानकारी के अनुसार पैंथर द्वारा आए दिन गांव की आबादी बस्तियों में घुसकर बाडों में बंधे पशुओं का शिकार करने से ग्रामीणों व पशुपालकों को काफी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार सोमवार रात्रि को मित्रपुरा उप तहसील क्षेत्र के गांव मंझेवला खिंचियों की ढाणी में एक खेत में बंधे मवेशियों पर हमला कर भैंस का शिकार कर डाला। ग्रामीणों के मुताबिक पैंथर ने गांव में पिछले 4 दिनों में चार मवेशियों का शिकार किया है। करीबन डेढ़ सप्ताह पूर्व भेडोली गांव में एक बाड़े में घुसकर बकरे बकरियों का शिकार किया था। इससे ग्रामीणों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। नुकसान के साथ-साथ उन्हें रात को दहशत में जीना पड़ रहा है।
ग्रामीण आसाराम गुर्जर ने बताया कि पैंथर ने रात को जगदीश पुत्र कल्याण गुर्जर के खेत मे बंधे मवेशियों पर हमला कर भैंस का शिकार किया। दो दिन पहले भी ढाणी में एक गाय के बछड़े का शिकार किया। इस घटनाक्रम को लेकर के ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया जिस पर सुबह मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम से ग्रामीणों ने पिंजरा लगा पैंथर को कैद करने तथा पैंथर के आए दिन ही आबादी क्षेत्र में घुसने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है। पैंथर के घटनाक्रम को लेकर पूरा ग्रामीण क्षेत्र भय के माहौल में है। रात को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है।
बड़ागांव नाके पर कार्यरत वनपाल रामनारायण मीणा ने बताया कि मंझेवला ढाणी में मवेशियों पर पैंथर द्वारा किए हमले की विभागीय अधिकारियों को जानकारी दी गई है जिस पर उनके द्वारा मौका रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जाएगी।