बौंली क्षेत्र की ग्राम पंचायत थडोली क्षेत्र में पिछले एक महीने से वन्यप्राणी के आतंक से पखाला, बंधावल, थडोली, चमनपुरा, अलीपुरा सहित आस पास के गई गांवों में ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार यह वन्य प्राणी अब तक कई मवेशियों को घायल कर चुका है। लेकिन एक महीने से आतंक मचाने वाले इस वन्य प्राणी की पहचान अब तक वन विभाग वाले भी नहीं कर पाए हैं। कोई इसे लकड़बग्घा तो कोई तेंदूआ बता रहा है। लेकिन पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। ग्रामीण मवेशियों के अलावा खुद को भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शनिवार रात ग्रामीण देवनारायण गुर्जर, भंवर लाल गुर्जर के भेड़ों के बाड़े में घुसकर दो भेड़ों को मार डाला। एक भेड़ को घायल कर दिया तथा पिछले कुछ दिनों पहले इस वन्यजीव के हमले से चार-पांच मवेशी घायल हो चुके है। जिनमें से एक मवेशी की उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
ग्रामीणों के अनुसार वन्य प्राणी द्वारा मवेशियों पर हमले की सूचना वन विभाग को दे दी गई है। लेकिन वन विभाग द्वारा द्वारा उसे पकड़ने के लिए अभी तक कोई प्रयास नहीं किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में क्षेत्र में फसलों की कटाई का कार्य प्रारंभ हो गया है। जिसके कारण ग्रामीणों को अपने मवेशियों के साथ रोजाना दिन व रात्रि में खेतों में जाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में वन्य जीव मवेशियों के साथ-साथ ग्रामीणों पर भी हमला कर सकता है।
वहीं रेंजर दशरथ सिंह का कहना है कि जानकारी मिलते ही रेस्क्यू टीम वहां भेजी थी। लेकिन वहां किसी वन्यजीव के पदचिन्ह नहीं मिले। हम फिर से वहां दोबारा रेस्क्यू टीम भेज रहे हैं।