मोरेल बांध जल वितरण समिति की बैठक हुई आयोजित
मोरेल बांध वृहत सिंचाई परियोजना से जुडी जल वितरण समिति की बैठक आज बुधवार को जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में जल वितरण समितियों के सदस्य, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता अंबुज त्यागी, अधिशासी अभियंता सुरेश भोपरिया, दौसा के सिंचाई अधिशासी अभियंता केदार मीना सहित तहसीलदार, विकास अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मोरेल बांध से पूर्वी एवं मुख्य नहर में पानी 20 नवंबर को खोलने का निर्णय लिया गया। जिला कलेक्टर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 20 नवंबर को पूरे गेज के साथ पानी खोला जाए। इससे पूर्व नहरों की सफाई एवं अन्य कार्य पूरे कर लिए जाए। बैठक में कलेक्टर ने जल वितरण समिति के सदस्यों से कहा कि पानी की बूंद-बूंद का पूरा एवं समुचित उपयोग होना चाहिए।
कोई पानी का दुरूपयोग नहीं करें तथा आवश्यक के अनुसार पानी लें। सिचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता अंबुज त्यागी ने बताया कि मोरेल बांध में वर्तमान में 19 फुट 6 इंच पानी उपलब्ध है। जिसकी क्षमता 1344 एमसीएफटी है। इसमें से 211 एमसीएफटी डेड स्टोरेज को छोडकर शेष 1133 एमसीएफटी पानी का सिचाई के लिए उपयोग किया जा सकता है।
बैठक में देवपाल मीना, कानजी मीना सहित अन्य किसानों ने यूरिया की उपलब्धता नहीं होने के संबंध में कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने बताया कि एक दो दिन में यूरिया की रेक आ रही है। सड़क मार्ग से भी यूरिया पहुंच रहा है। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी एवं कृषि विभाग के अधिकारी ने भी जानकारी दी।