आम जन के द्वारा अपनी समस्याओं के समाधान की मांग करने पर जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन द्वारा समस्या का समाधान तो नहीं किया गया। इसके उलट और नई समस्यायें खड़ी हो जाये तो इससे आम जन में यही संदेश जाता है कि उनको शायद अब ज्यादा परेशान किया जायेगा। ऐसा ही मामला जिला मुख्यालय पर अपनी मूलभूत समस्याओं के लिए संघर्ष करते हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी के लोगों के साथ देखने में आया है। काॅलोनी के लोगों ने बताया कि पिछले कई वर्षाें से काॅलोनी में सड़कों की स्थिति खराब ही नहीं बद्तर हो चुकी है। पेयजल की लाइनों में भी सुधार की आवश्यकता है।
वहीं काॅलोनी में रोड़ लाइटों की स्थिति भी बेहद खराब है। ऐसे में जब लोगों ने जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के समक्ष समस्या समाधान के लिए अपनी मांग उठाई। आम जन ने कई बार प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से समस्या समाधान की मांग करने के बाद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो मीडिया के माध्यम से अपनी समस्याओं को उठाया। लेकिन उसके बाद समस्याओं के समाधान के स्थान पर समस्याऐं और बढ़ गई।
हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी के लोगों ने बताया कि अब काॅलोनी में करीब एक सप्ताह से लोगों को पेयजल भी नसीब नहीं हो पा रहा है। ऐसे में आम जन पूरी तरह से पानी के निजी टेंकर ठेकेदारों के दम पर पानी पी रहे है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि स्थानीय विधायक जो मुख्यमंत्री के सलाहकार भी है, लगातार क्षेत्र के लोगों के लिए पेयजल की सुविधाएं बढ़ाने तथा पानी की कमी नहीं आने देने की बात करते है। ऐसे में प्रशासनिक स्तर पर विधायक के दावों की हवा निकाल दी गई है।
लगता है विधायक के प्रयासों को प्रशासनिक अधिकारी भी पूरा नहीं होने देना चाहते है। खैर जिले की जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारियों की आपसी खींचतान हो सकती है। लेकिन उसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन से काॅलोनी के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है।