महिलाओं को घुंघट की बेडियां छोड कर महिला सशक्तिकरण का संदेश देने के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अभियान को सवाई माधोपुर जिले में बडा समर्थन मिला है और जिला कलेक्टर डाॅ. एस. पी. सिंह की इसमें बडी भूमिका रही है।
आज गंगापुर पंचायत समिति क्षेत्र के नवनिर्वाचित सरपंच जिला कलेक्टर से शिष्टाचार भेंट करने तथा ग्रामीण विकास पर चर्चा करने के लिये कलेक्ट्रेट स्थित उनके चैम्बर में पहुंचे तो कुछ महिला सरपंचों को घूंघट में देखकर जिला कलेक्टर ने सभी सरपंचों को मुख्यमंत्री महोदय के अभियान की जानकारी दी तथा कहा कि जब सरंपच जैसे शक्तिशाली पद पर बैठने वाली महिला ही घूंघट में कैद रहेगी तो दूसरी महिलाओं के सशक्तिकरण के कार्य में किस प्रकार मदद करेगी। महिला सरपंच घूंघट का त्याग करेगी तो समाज में बडा सकारात्मक मैसेज जाता है, दूसरी महिला तथा बालिका को इससे आत्मबल मिलता है।
जिला कलेक्टर के इस प्रकार समझाने पर उन महिला सरपंचों ने आश्वासन दिया कि वे अब कभी घूंघट नहीं करेगी। सभी सरपंचों ने ग्राम पंचायत में घूंघट के खिलाफ अभियान चलाने का भी निर्णय लिया। जिला कलेक्टर ने सभी महिला और पुरूष सरपंचों को इस बाबत शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर नोगांव सरपंच बीना कुमारी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस पहल को सराहनीय बताया। बीना कुमारी ने बताया कि वह स्नातक तक शिक्षित है तथा अब स्कूलों में बालिकाओं को इस बाबत जागरूक करेगी कि अपनी महिला रिश्तेदारों के घूंघट करने पर उन्हें इसका त्याग करने के लिये समझाये।
जिला कलेक्टर डाॅ. सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री जी की घूंघट को दूर करने के लिए चलाई जा रही जागरूकता मुहिम को अन्य पंचायत समिति क्षेत्रों में भी आगे बढाया जाएगा।
इस अवसर पर सलेमपुर सरपंच विनीता, नोगांव सरपंच बीनाकुमारी, हींगोटिया सरपंच केशोदेवी, उदई खुर्द सरपंच मीरा देवी, उमरी सरपंच रेखा मौर्य, जाट बडौदा सरपंच सुमन कंवर आदि ने घूंघट प्रथा का त्याग करने एवं इसके लिए जागरूकता के रूप में पंचायत स्तर पर अभियान चलाने का संकल्प व्यक्त किया। कलेक्टर कक्ष में सरपंच लहरीलाल, मीना बडोदा सरपंच सरिता, तलावडा से कैलाश, खानपुर बडौदा से छुट्टनलाल, मुरारीलाल, लखनलाल सैनी सहित अन्य पंचायतों से चालीस के करीब सरपंच उपस्थित थे। इस मौके पर उप जिला कलेक्टर रघुनाथ, जिला परिषद के एसीईओ रामचंद्र सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।