सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों द्वारा अपनी जान जोखिम में डालने का सिलसिला नहीं रूक रहा है। जबकि जीआरपी व आरपीएफ दोनों की तैनाती यहां पर रहती है। सप्ताह में एक या दो बार कुछ यात्रियों पर नाम मात्र की कार्रवाई की जाती हैं, लेकिन सख्ती नहीं होने की वजह यह सिलसिला आम तौर पर यहां देखने को मिलता है।
वहीं कई पैसेंजर गाड़ियों के यात्री पुल से प्लेटफार्म पार करने के स्थान पर पटरियों पर से दूसरे प्लेटफार्म पर जाते हैं। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल होते हैं। यह केवल एक दिन की बात नहीं है बल्कि रेलवे स्टेशन पर इस प्रकार के नजारे देखना आम बात है।
वहीं रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर शहीद केप्टन रिपुदमनसिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भी है। महाविद्यालय में पढ़ने वाले कई छात्र भी हम्मीर पुलिया की जगह शोर्टकट के चक्कर में पटरियां पार कर महाविद्यालय में आते-जाते हैं। ऐसे में हमेशा रेलवे स्टेशन और आस-पास दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
ऐसे में न तो लोगों को नियमों की परवाह है और न ही किसी कार्रवाई का डर। जिम्मेदार भी अपनी आंखे बंद किए सब कुछ देखते रहते हैं।