बच्चों के पेट के कीडे मारने व आंतों के संक्रमण से बचाने के लिए विगत 8 फरवरी को राष्टीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया था। उस समय कृमि नाशक दवा लेने से छूट गए बच्चों को आज माॅप अप डे पर बच्चों को सरकारी स्कूलों, आंगनवाडी केंद्रों एवं मदरसों में जाकर दवा खिलाई गई।
इस मौके पर एक साल से 19 साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजाॅल दवा खिलाई।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. महेश्वरी ने जिले के विभिन्न स्कूलों व आंगनवाडी केंद्रों में बच्चों को दवा खिलाई एवं निरीक्षण भी किया। उन्होंने डिडायच, सवाईगंज, पांवडेरा, ईसरदा के स्कूलों व आंगनवाडी सहित शिवाड पीएचसी में माॅप अप डे की व्यवस्थाएं जांची तथा देवली, ईसरदा, सवाई गंज में एमसीएचएन डे का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि पेट व आंतों संबंधी बीमारियां बच्चों में स्वाभाविक विकास को अवरूद्व करती हैं। ऐसे में कृमि नाशक दवा लेने से बच्चे न केवल सेहतमंद रहेंगे बल्कि उनका मानसिक विकास भी ठीक प्रकार से होगा। पेट के कीडों से दस्त, पेट में दर्द, खून की कमी, कुपोषण, वनज में कमी सहित कई बीमारियां होती हैं। जिससे उनकी कार्यक्षमता और प्राकृतिक विकास पर असर पड़ता है। यह दवा बच्चों के लिए सुरक्षित है।
इस मौके पर नेहरू युवा केन्द्र सवाई माधोपुर के तत्वावधान में स्वयंसेवकों द्वारा भी कुस्तला ग्राम पंचायत के एम.टी. उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य जगदीश चौधरी द्वारा एवं आंगनबाड़ी केंद्र आई.एच.एस. काॅलोनी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका ने कृमि नाशक दवाई एलबेंडाजोल खिलाई। बच्चों को दवाई देने में नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों ने भी सहयोग किया। इस दौरान हेमन्त सिंह राजावत, शिवानी कंवर राठौड़, विनोद यादव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका सहित कई लोग मौजूद रहे।